कोलकाता: कोलकाता में पीजी ट्रेनी महिला डॉक्टर के साथ दुष्कर्म और हत्या के मामले पर आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के प्रिंसिपल प्रोफेसर (डॉ.) संदीप घोष ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. (डॉ.) संदीप घोष ने कहा, “…सोशल मीडिया पर मेरी बदनामी हो रही है…मृतक डॉक्टर मेरी बेटी जैसी थी. एक अभिभावक के तौर पर मैं इस्तीफा दे रहा हूं…मुझे पसंद नहीं कि भविष्य में किसी के साथ ऐसा हो.”
#WATCH | कोलकाता में पीजी ट्रेनी महिला डॉक्टर के साथ दुष्कर्म और हत्या के मामले पर प्रिंसिपल प्रोफेसर (डॉ.) संदीप घोष ने अपने पद से इस्तीफा देने पर कहा, “सोशल मीडिया पर मेरी बदनामी हो रही है. मृतक डॉक्टर मेरी बेटी जैसी थी। एक अभिभावक के तौर पर मैं इस्तीफा दे रहा हूं.” pic.twitter.com/8xO2zPmji6
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साथ ही कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में पीजी प्रशिक्षु महिला डॉक्टर की बलात्कार-हत्या मामले में कोलकाता पुलिस मुख्यालय, लालबाजार ने तीन जूनियर डॉक्टरों और एक हाउसकीपिंग स्टाफ को तलब किया. घटना की रात वे ड्यूटी पर तैनात थे: कोलकाता पुलिस सूत्र
कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में महिला डॉक्टर के साथ दुष्कर्म और हत्या के मामले को लेकर डॉक्टरों ने विरोध प्रदर्शन किया.
#WATCH दिल्ली: कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में महिला डॉक्टर के साथ दुष्कर्म और हत्या के मामले को लेकर डॉक्टरों ने विरोध प्रदर्शन किया।
वीडियो राम मनोहर लोहिया अस्पताल से है। pic.twitter.com/bWKp7g53cv
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दरअसल, शुक्रवार सुबह कोलकाता में सरकारी आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के सेमिनार हॉल के अंदर एक महिला पोस्टग्रेजुएट ट्रेनी (पीजीटी) डॉक्टर का अर्धनग्न शव मिला था. वह चेस्ट मेडिसिन विभाग में सेकेंड ईयर की छात्रा थी. अस्पताल के अंदर कथित तौर पर पहले उसके साथ बलात्कार किया गया और फिर उसकी हत्या कर दी गई. उसका शव खून से सने गद्दे पर पड़ा मिला. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में यह भी पता चला कि महिला डॉक्टर के साथ सेक्सुअल एब्यूज्ड भी किया गया था. उसकी दोनों आंखों और मुंह से खून बह रहा था.
इस मामले में पुलिस को रातों-रात एक बड़ी सफलता मिली है. इम मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी संजय रॉय को एक महत्वपूर्ण सबूत के आधार पर गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस को यह कामयाबी एक ब्लूटूथ हेडफोन से मिली है, जिसे वह अपराध स्थल पर छोड़कर गया था. बता दें कि पूछताछ के दौरान अधिकारियों ने सभी संदिग्धों के मोबाइल फोन जब्त कर लिए. सूत्रों ने बताया कि पूछताछ के बाद एक अधिकारी ने जब्त किए गए ब्लूटूथ हेडफोन को हर संदिग्ध के मोबाइल फोन से जोड़ने का प्रयास किया. इस दौरान संजय रॉय का फोन अपने आप डिवाइस से कनेक्ट हो गया, जिसके बाद उसे तुरंत गिरफ्तार कर लिया गया. पुलिस टीम की ओर से पूछताछ किए जाने पर संजय टूट गया और उसने अपराध कबूल कर लिया. पुलिस अधिकारियों ने यह भी दावा किया कि पूछताछ के दौरान शुरू में संजय ने अलग-अलग बयान दिए.