अफगानिस्तान में बीते दिन यानी गुरुवार को काबुल एयरपोर्ट के बाहर हुए दो धमाकों ने अफ़ग़ानिस्तान के साथ- साथ पूरी दुनिया को दहला दिया है। आत्मघाती हमले के द्वारा हुए इस धमाके में मौतों का आकड़ा रुकने का नाम ही नहीं ले रहा है। दरअसल इस पूरे ब्लास्ट में 13 अमेरिकी सैनिकों और लगभग 90 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 140 से अधिक लोग घायल हैं। देर रात पेंटागन और अफगानिस्तान के अधिकारियों के मुताबिक इन घायलों में अमेरिकी सेना के कम से 18 जवान घायल हैं। इधर दूसरी तरफ इस हमले को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने इस अटैक की निंदा करते हुए कहा है कि हम उन्हें खोज कर मारेंगे। आपको इसकी कीमत चुकानी होगी।
🚨 #Kabul airport blast site today #Afghanistan #KabulAiport pic.twitter.com/QeiPfIDnV0
— OSINT Updates 🚨 (@OsintUpdates) August 27, 2021
सबसे पहले जानें कैसे हुआ हमला ?
दरअसल अमेरिकी अधिकारियों ने बताया कि काबुल एयरपोर्ट के ऐबी गेट के बाहर एक आत्मघाती हमलावर ने इस घटना को अंजाम दिया। बताया जा रहा है कि हमलावर फायरिंग करते हुए आया और उसने खुद को बम से उड़ा लिया। एयरपोर्ट के इस गेट पर ब्रिटेन और ऑस्ट्रेलिया के सैनिक तैनात रहते हैं। वहीं, दूसरा आत्मघाती हमला एयरपोर्ट के सामने मौजूद बैरन होटल के बाहर हुआ, जो कि ऐबी गेट के ही काफी करीब है। गौरतलब है कि इस हमले से कुछ देर पहले ही आईएस के आतंकियों द्वारा धमाका करने की आशंका जताई गई थी।
आज भी अलर्ट हुआ है जारी।
इधर इन दो आत्मघाती बम धमाकों के बाद अमेरिका ने शुक्रवार को नया अलर्ट जारी किया है। अमेरिका ने आशंका जाहिर की है कि आतंकी कार बम से जल्द ही एक और धमाका कर सकते हैं। अमेरिकन ब्रॉडकास्ट कंपनी के मुताबिक काबुल एयरपोर्ट के नॉर्थ गेट पर काम बम से ब्लास्ट किया जा सकता है। खुफिया एजेंसियों से मिली जानकारी के बाद अमेरिका ने काबुल में अपने सैनिकों व नागरिकों को अलर्ट कर दिया है।
किसने ली इस अटैक की ज़िम्मेदारी।
समाचार एजेंसी रायटर्स के मुताबिक, इस्लामिक स्टेट ने काबुल एयरपोर्ट धमाके की जिम्मेदारी ली। आतंकी संगठन ने अपने टेलीग्राम अकाउंट पर हमले की जिम्मेदारी ली है।
13 अमेरिकी सैनिकों की मौत, कई घायल।
पेंटागन जनरल के मुताबिक काबुल एयरपोर्ट धमाके में 13 अमेरिकी सैनिकों की मौत हुई है। यूएस सेंट्रल कमांड के कमांडर फ्रैंक मैकेंजी ने बताया कि हमले में 18 अमेरिकी जवान घायल भी हुए हैं। वहीं, अफगानिस्तान मिनिस्ट्री के एक अधिकारी द्वारा दी गयी जानकारी के मुताबिक धमाके में 90 से अधिक की मौत हुई है और करीब 140 लोग घायल हुए हैं।
Tragic scene after #KabulAiport blast.#Kabul #Afghanistan pic.twitter.com/ee7d5sEQIW
— Hizbullah Khan (@HizbkKhan) August 26, 2021
Video : Right now the situation at the #KabulAiport.
After two deadly explosion yesterday. #Kabul #Afghanistan pic.twitter.com/tc6bJekAkQ— Abdulhaq Omeri (@AbdulhaqOmeri) August 27, 2021
बाइडन बोले- हम माफ नहीं करेंगे ।
काबुल धमाके पर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने दिया बयान। कहा- हम माफ नहीं करेंगे। हम नहीं भूलेंगे। हम तुम्हें (आतंकी) ढूंढेंगे और इसका हिसाब लेंगे। बाइडन ने कहा कि हम अफगानिस्तान से अमेरिकी नागरिकों को निकालेंगे। हम अपने साथियों को यहां से निकालेंगे और हमारा मिशन जारी रहेगा।
We'll rescue the American citizens from Afghanistan. We'll get our Afghan allies out and our mission will go on: US President Joe Biden from White House pic.twitter.com/6f6ZfgxEqP
— ANI (@ANI) August 26, 2021
ब्लिंकेन ने शहीद सैनिकों को किया याद।
अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन ने अमेरिकी सैनिकों के प्रति संवेदन जताते हुए कहा कि हम उन 2300 सैनिकों को याद करते हैं जो 2001 से अब तक अफगानिस्तान में शहीद हुए हैं। साथ ही 20 हजार से अधिक घायल सैनिकों, अमेरिका के सबसे लंबे युद्ध में हिस्सा लेने वाले 8 लाख से अधिक सैनिकों व दूसरे युद्धों में शहीद या घायल हुए सैनिकों को भी याद करते हैं।
To date more than 100,000 people have been safely evacuated from Kabul – a testament to the bravery, skill & determination of those contributing to this mission. We grieve the U.S. service members & Afghans lost in Kabul today & send our heartfelt condolences to their loved ones.
— Secretary Antony Blinken (@SecBlinken) August 27, 2021
Around the world, U.S. Marines protect American embassies and diplomats. They put themselves in harm’s way so that we can do our jobs on behalf of the American people. We at the State Department feel an extraordinary debt of gratitude to them, today and every day.
— Secretary Antony Blinken (@SecBlinken) August 27, 2021
30 अगस्त की शाम तक झुका रहेगा अमेरिकी ध्वज ।
काबुल में हुए बम धमाके में 12 अमेरिकी सैनिकों की मौत हो गई है, वहीं 18 से अधिक घायल हैं। व्हाइट हाउस से मिली जानकारी के अनुसार इन शहीदों के सम्मान में 30 अगस्त की शाम तक अमेरिकी झंडा झुका रहेगा।
Today, I ordered flags at the U.S. Capitol to be flown at half-staff in honor of the U.S. Servicemembers & others killed in the terrorist attack outside of the Kabul airport.
Congress & the Country pray for the innocent lives lost, those injured & the families of all affected. pic.twitter.com/JvxE1MeoTc
— Nancy Pelosi (@SpeakerPelosi) August 26, 2021
ट्र्ंप बोले, धमाके की घटना बेहद दुखद।
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने काबुल धमाके पर कहा कि इस तरह की दुखद घटना बिल्कुल नहीं होनी चाहिए थी। बता दें कि ट्रंप के शासनकाल में ही अमेरिका और तालिबान के बीच दोहा में समझौता हुआ था।
भारतीय विदेश मंत्रालय ने की निंदा।
भारतीय विदेश मंत्रालय ने बम धमाके पर बयान जारी करते हुए इसकी निंदा की है। विदेश मंत्रालय ने कहा- हम काबुल में धमाकों की निंदा करते हैं। हम आतंकी हमले में मारे गए लोगों के प्रति अपनी संवेदना जाहिर करते हैं। ये धमाका बताता है कि हमें आतंकवाद और इसे पोषित करने वालों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाने की जरूरत है।
We strongly condemn the bomb blasts in Kabul today. Extend our heartfelt condolences to the families of the victims of this terrorist attack.
Press Release : https://t.co/Zk4FG7OdSl— Arindam Bagchi (@MEAIndia) August 26, 2021
संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने की निंदा।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने काबुल हवाई अड्डे पर आतंकवादी हमले की निंदा की। उन्होंने कहा कि यह घटना अफगानिस्तान में जमीन पर स्थिति की अस्थिरता को रेखांकित करती है। लेकिन हमारे संकल्प को भी मजबूत करती है क्योंकि हम अफगान लोगों के समर्थन में देश में तत्काल सहायता देना जारी रखे हुए हैं।
I'm following with grave concern the situation at Kabul’s airport & strongly condemn today’s horrific terrorist attack.
The incident underscores the volatility of Afghanistan, but also strengthens our resolve as we continue to deliver urgent assistance to the Afghan people.
— António Guterres (@antonioguterres) August 26, 2021
अफगानिस्तान के कार्यवाहक राष्ट्रपति अमरुल्लाह सालेह का बयान भी आया सामने।
काबुल पर हुए दो आत्मघाती धमाकों के एक दिन बाद अफगानिस्तान के कार्यवाहक राष्ट्रपति अमरुल्लाह सालेह का बयान आया है। उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा है कि तालिबान और हक्कानी नेटवर्क की जड़ आईएस जैसा आतंकी संगठन ही है। तालिबान भले ही आईएस से गठजोड़ पर का इंकार करता रहे, लेकिन हमारे पास इसके सारे सबूत हैं। तालिबान ठीक वैसे ही आईएसआईएस से संबंध होने का इंकार कर रहा है, जैसे पाकिस्तान क्वेटा शूरा पर करता रहा है।
Every evidence we have in hand shows that IS-K cells have their roots in Talibs & Haqqani network particularly the ones operating in Kabul. Talibs denying links with ISIS is identical/similar to denial of Pak on Quetta Shura. Talibs hv leanred vry well from the master. #Kabul
— Amrullah Saleh (@AmrullahSaleh2) August 27, 2021