अकाल तख़्त ने सुखबीर बदल को सुनाई सजा, गुरुद्वारा में साफ़ करने होंगे झूठे बर्तन और वॉशरूम
पंजाब के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल ने अकाल तख़्त ने आज सजा सुनाई है। यह सजा डेरा प्रमुख राम रहीम को माफी दिलाने के मामले में सुनाई गयी है। सुखबीर बादल के मामले को लेकर अकाल तख्त में पांच सिंह साहिबानों की बैठक हुई, जिसमें उन्हें और शिरोमणि अकाली दल सरकार के दौरान अन्य कैबिनेट सदस्यों को धार्मिक दुराचार के आरोपों के लिए सजा सुनाई गई। सुखबीर सिंह बदल ने सोमवार को स्वीकार किया कि अकाली सरकार के दौरान डेरा प्रमुख राम रहीम को माफी दिलाने में उन्होंने भूमिका निभाई थी।
#WATCH | Amritsar, Punjab: Former MP Sukhdev Singh Dhindsa says, “For me, the orders of the Sri Akal Takht Sahib are equivalent to the orders of God. We accept the decision of Sri Akal Takht Sahib and we will follow it…” https://t.co/K2kWBgecHV pic.twitter.com/fvCfQRW29W
— ANI (@ANI) December 2, 2024
बता दें कि दो महीने पहले सुखबीर सिंह बादल को अकाल तख्त ने ‘तनखैया’ (धार्मिक दुराचार का दोषी) घोषित किया था। अकाल तख्त ने कहा था कि पंजाब सरकार के पूर्व उप मुख्यमंत्री और शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष के रूप में सुखबीर सिंह बादल ने कुछ ऐसे फैसले लिए थे जिससे ‘पंथक स्वरूप’ की छवि को नुकसान पहुंचा था। इसके लिए अकाल तख्त ने सुखबीर बादल को गोल्डन टेंपल में जूठे बर्तन साफ करने की सजा सुनाई है। इसके अलावा उन्हें श्री दरबार साहिब के बाहर बरछा लेकर रहना होगा. उन्हें गले में तख्ती भी पहननी होगी।
सुखबीर बादल और 2015 की अकाली सरकार के अन्य कैबिनेट सदस्यों को स्वर्ण मंदिर में शौचालय साफ करने, बर्तन साफ करने समेत अन्य धार्मिक दंड दिया गया है। अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी रघुबीर सिंह ने शिरोमणि अकाली दल की कार्य समिति को तीन दिनों के भीतर सुखबीर बादल का इस्तीफा स्वीकार करने और अकाल तख्त साहिब को रिपोर्ट करने का निर्देश दिया है। अकाल तख्त ने शिरोमणि अकाली दल की कार्य समिति को सदस्यता अभियान शुरू करने और छह महीने के भीतर नए अध्यक्ष का चुनाव करने का भी निर्देश दिया है।