जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती को एक साल से भी अधिक समय तक नजरबंद रखने के बाद मंगलवार (बीती) देर शाम को रिहा कर दिया गया. बता दे महबूबा मुफ्ती को पिछले साल 4 अगस्त को नजरबंद किया गया था जब केंद्र सरकार ने जम्मू – कश्मीर से धारा 370 और धरा 35A को हटाया था। बता दे महबूबा को जन सुरक्षा अधिनियम यानी PSA के तहत हिरासत में लिया गया था। महीनों तक नजरबंद रहने के बाद रिहाई के फौरन बाद ही PDP चीफ महबूबा मुफ्ती ने एक बार फिर संघर्ष का ऐलान कर दिया और केंद्र के फैसले को लेकर जमकर हमला बोला।
क्या है जारी ऑडियो मैसेज में।
महबूबा मुफ्ती ने एक ऑडियो संदेश जारी कर आर्टिकल 370 (Article 370) के प्रावधानों को हटाए जाने को काला फैसला करार दिया और कहा कि कश्मीर का संघर्ष जारी रहेगा. उन्होंने अपने टि्वटर पर पोस्ट किये गए ऑडियो संदेश में कहा, ‘मैं आज एक साल से भी ज्यादा समय के बाद रिहा हुई हूं. 5 अगस्त 2019 के उस काले दिन का काला फैसला मेरे दिल और रूह पर हर पल वार करता रहा. मुझे यकीन है कि ऐसी ही स्थिति जम्मू-कश्मीर के लोगों की रही होगी. कोई भी उस दिन की बेइज्जती को भूल नहीं सकता.’
After being released from fourteen long months of illegal detention, a small message for my people. pic.twitter.com/gIfrf82Thw
— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) October 13, 2020
महबूबा मुफ्ती ने केंद्र को आड़े हाथ लेते हुए ये भी कहा, ‘दिल्ली दरबार ने गैर कानूनी, गैर लोकतांत्रिक तरीके से हमसे छीन लिया, उसे वापस लेना होगा. साथ ही कश्मीर के मसले को हल करने के लिए जद्दोजहद जारी रखनी होगी. इसके लिए हजारों लोगों ने अपनी जानें न्योछावर की. यह रास्ता आसान नहीं है, मुझे यकीन है कि हौसले से यह दुश्वार रास्ता भी तय होगा. महबूबा ने इसके अलावा केंद्र के सामने मांग रखी कि जम्मू कश्मीर के जितने भी लोग देश की जेलों में बंद हैं, उन्हें जल्द से जल्द रिहा किया जाए.।
बेटी इल्तिजा ने ज़ाहिर की ख़ुशी।
इधर मेहबूबा की रिहाई के बाद उनकी बेटी की ख़ुशी का ठिकाना नहीं रहा। उनकी बेटी इल्तिजा ने अपनी खुशी ज़ाहिर करते हुए कहा कि उनकी मां आखिरकार हिरासत से मुक्त कर दी गयीं. इल्तिजा ने हिरासत को ‘अवैध, गैर कानूनी’ बताया. उन्होंने कहा, ‘मैं अब आशा करती हूं कि केंद्रशासित प्रदेश और उसके बाहर विभिन्न जेलों में साल भर से रखे गए युवा भी शीघ्र ही रिहा किए जाएंगे.’
As Ms Mufti’s illegal detention finally comes to an end, Id like to thank everybody who supported me in these tough times. I owe a debt of gratitude to you all. This is Iltija signing off. فی امان اﷲ May allah protect you
— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) October 13, 2020
नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने भी किया ट्वीट।
मेहबूबा की रिहाई पर नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने भी ट्वीट किया और कहा,- ‘मुझे यह सुनकर खुशी हुई कि महबूबा मुफ्ती साहिबा को एक साल से अधिक समय बाद हिरासत से रिहा कर दिया गया. उनकी निरंतर हिरासत हास्यास्पद और लोकतंत्र के मूल तत्वों के विरूद्ध थी. बाहर आने पर महबूबा का स्वागत। ‘
I’m pleased to hear that @MehboobaMufti Sahiba has been released after more than a year in detention. Her continued detention was a travesty & was against the basic tenets of democracy. Welcome out Mehbooba.
— Omar Abdullah (@OmarAbdullah) October 13, 2020
I'm pleased to hear that @MehboobaMufti has been released from detention after 14 months.
I urge the Govt to release all other political detainees as well.
The democratic processes, which have been suspended during this time, must also be reinstated.
— M.K.Stalin (@mkstalin) October 14, 2020
Happy that Ms Mehbooba Mufti has been finally released after 14 months of unjustified detention
— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) October 13, 2020