RBI Monetary Policy: Repo Rate में कोई बदलाव नहीं, महंगाई दर में बढ़ोतरी का अनुमान
आसमान छूती महंगाई और रूस-यूक्रेन संकट के बीच रिजर्व बैंक ने आज यानी (08 अप्रैल) वित्त वर्ष 2022-23 की पहली क्रेडिट पॉलिसी जारी कर दी है। आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने रेपो रेट और में कोई बदलाव नहीं किया। उन्होंने कहा कि जियो पॉलिटिकल तनावों का असर कई अर्थव्यवस्थाओं पर आ रहा है। भारत के ऊपर भी रूस-यूक्रेन युद्ध का असर आ सकता है और हमारे आर्थिक विकास पर निगेटिव असर आ सकता है, लिहाजा भारत के लिए ये चुनौतीपूर्ण समय है।
RBI Monetary Policy की कुछ अहम बातें
1. भारत की इकोनॉमी बहुत बड़ी चुनौतीपूर्ण अवस्था से जूझ रही है।
2. रिजर्व बैंक ने नीतिगत दर रेपो को लगातार 11वीं बार 4% पर बरकरार रखा है.।
3. रिटेल महंगाई दर के वित्त वर्ष 2022-23 में 5.7 फीसदी पर आने का अनुमान रखा गया है।
4. आरबीआई ने बढ़ोतरी को कायम रखने और मुद्रास्फीति को काबू में रखने के लिए अपने नरम रुख में थोड़े बदलाव किया है।
5. मौद्रिक नीति समिति (MPC) ने पॉलिसी दरों में कोई बदलाव नहीं किया, रिवर्स रेपो दर 3.35% पर ही बरक़रार।
6. वैश्विक स्तर पर कच्चे तेल के दाम ऊंचे स्तर पर बने हुए हैं।
7. वित्त वर्ष 2023 के लिए रियल जीडीपी ग्रोथ अनुमान 7.8 % से घटाकर 7.2 % पर रखा गया है।
8. ईंधन के ऊंचे दामों की वजह से महंगाई और बढ़ सकती है। निकट भविष्य में खाद्य तेलों की कीमतें ऊंचे स्तर पर रहेंगी।
9. चालू वित्त वर्ष में मुद्रास्फीति बढ़कर 5.7 प्रतिशत पर पहुंच सकती है। पहले इसके 4.5 प्रतिशत के स्तर पर रहने का अनुमान था।
10. 18 अप्रैल से मनी मार्केट खुलने का समय सुबह 9 बजे होगा और यह 9 बजे खुला करेगा।