राजस्थान: बोरवेल में गिरे पांच वर्षीय मासूम की गयी जान, तीन दिन के प्रयासों के बाद बोरवेल से निकला शव
राजस्थान के दौसा में 9 दिसंबर को एक पांच वर्षीय बच्चा खुले बोरवेल में जा गिरा था। जो जिंदा वापस नहीं लौटा सका। तीन दिन के लंबे बचाव अभियान के बाद बच्चे को बाहर निकाला गया। जब उसे अस्पताल ले जाया गया तो डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
#WATCH राजस्थान: दौसा में 3 दिन के लंबे बचाव अभियान के बाद 5 साल के बच्चे को बोरवेल से बाहर निकाला गया।
9 दिसंबर को बच्चा बोरवेल में गिर गया था। pic.twitter.com/uh4L5RbfPv
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 11, 2024
राजकीय जिला चिकित्सालय दौसा के प्रमुख चिकित्सा अधिकारी दीपक शर्मा ने कहा, “बच्चे को यहां लाया गया था ताकि यदि संभव हो तो हम उसे पुनर्जीवित करने का प्रयास कर सकें लेकिन हमने दो बार ईसीजी किया और बच्चे को मृत घोषित कर दिया गया है।”
#WATCH राजस्थान: राजकीय जिला चिकित्सालय दौसा के प्रमुख चिकित्सा अधिकारी दीपक शर्मा ने कहा, “बच्चे को यहां लाया गया था ताकि यदि संभव हो तो हम उसे पुनर्जीवित करने का प्रयास कर सकें लेकिन हमने दो बार ईसीजी किया और बच्चे को मृत घोषित कर दिया गया है।” https://t.co/rCfyrTtCm9 pic.twitter.com/ecBJQDduRu
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 11, 2024
गौरतलब है कि पांच वर्षीय बच्चे का नाम आर्यन था। जिसे बचाने के लिए एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीम ने पूरी कोशिश की। पाइलिंग मशीन के जरिए बोरवेल से कुछ दूरी पर नया गड्ढा खोदा गया। खुदाई का काम पूरा होने के बाद गड्ढे की फिनिशिंग हुई और फिर एनडीआरएफ के जवानों को पीपी किट पहनाकर 150 फीट नीचे उतारा गया। जवानों ने आर्यन तक पहुंचने के लिए गड्ढे से बोरवेल तक एक टनल बनाई। पाइलिंग मशीन के द्वारा खुदाई के बाद कई प्रकार की परेशानियों का भी सामना भी करना पड़ा। हालांकि, पूरी सावधानी बरतने के बाद ही जवानों को नीचे उतारा गया।