कोरोना संकट को लेकर आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में सर्वदलीय बैठक हुई. पीएम मोदी ने इस बैठक में वैक्सीन को लेकर बड़ी बात कही और बताया कि कुछ हफ्तों में ही वैक्सीन आने की उम्मीद है। पीएम मोदी ने संकेत दिए कि कोरोना की वैक्सीन पहले बुजुर्गों, कोरोना वॉरियर्स को मिल सकती है।
कोरोना की 8 वैक्सीन पर भारत में काम तेज।
बैठक में पीएम मोदी ने ये भी कहा कि अभी आठ ऐसी वैक्सीन हैं, जो ट्रायल के चरण में बनी हुई हैं। पीएम मोदी ने कहा कि ऐसी उम्मीद है कि अगले कुछ हफ्तों में वैक्सीन को लेकर अच्छी खबर मिलेगी, वैज्ञानिकों की ओर से मंजूरी मिलते ही इसपर काम शुरू हो जाएगा।
Speaking at the All Party Meeting. https://t.co/TZaJ5DJBXz
— Narendra Modi (@narendramodi) December 4, 2020
इतना ही नहीं भारत एक विशेष सॉफ्टवेयर पर काम कर रहा है जो हर किसी को वैक्सीन पहुंचाने पर ट्रैकिंग करेगा।
क़रीब 8 ऐसी संभावित वैक्सीन हैं जो ट्रायल के अलग-अलग चरण में हैं और जिनका उत्पादन भारत में ही होना है। भारत की अपनी 3 वैक्सीन का ट्रायल अलग-अलग चरणों में है। विशेषज्ञ ये मान रहे हैं कि वैक्सीन के लिए बहुत ज़्यादा इंतजार नहीं करना पड़ेगा: प्रधानमंत्री #COVID19 #CoronaVaccine pic.twitter.com/SWcT5XxOQN
— NewsMobile Samachar (@NewsMobileHindi) December 4, 2020
राज्य सरकार से बात के बाद तय होगी वैक्सीन की कीमत।
पीएम मोदी ने बैठक के बाद बताया कि केंद्र सरकार बड़े स्तर पर वैक्सीन वितरण को लेकर काम कर रही है, जो राज्य सरकार की मदद से जमीन पर उतारा जाएगा। सरकार ने एक नेशनल एक्सपर्ट ग्रुप बनाया है, जिसकी सिफारिश के अनुसार से ही काम होगा। वैक्सीन की कीमत क्या होगी, इसपर केंद्र और राज्य मिलकर फैसला लेंगे। कीमत पर फैसला लोगों को देखते हुए किया जाएगा और राज्य की इसमें सहभागिता होगी।
केंद्र सरकार वैक्सीन की कीमत को लेकर राज्य सरकारों के साथ बात कर रही है। वैक्सीन की कीमत को लेकर फैसला जन स्वास्थ्य को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए किया जाएगा। राज्य सरकारों की इसमें पूरी सहभागिता होगी: प्रधानमंत्री #COVID19 @MoHFW_INDIA
— NewsMobile Samachar (@NewsMobileHindi) December 4, 2020
वैक्सीन को लेकर ना फैले अफवाह – मोदी।
इतना ही नहीं पीएम मोदी ने ये भी कहा कि सरकार हर किसी का सुझाव ले रही है और उसके अनुसार ही आगे बढ़ रही है.। वैक्सीन को लेकर किसी तरह की अफवाह ना फैले और राष्ट्रहित सबसे अधिक हो, ऐसे में राजनीतिक दलों को जागरुक होना होगा।