Hindi Newsportal

एक नज़र साल 2022 की कुछ अहम राजनीतिक घटनाओं पर

0 423

एक नज़र साल 2022 की कुछ अहम राजनीतिक घटनाओं पर

 

साल 2022 के दौरान भारत के राजनीतिक गलियारों में हमें कई बड़े उतार-चढ़ाव को देखने को मिलें। इनमें राज्यों के चुनाव, पार्टियों के गठबंधनों के टूटने, विरोध प्रदर्शन और भारत जोड़ो जैसी यात्रा देखने को मिली। कुछ ही दिनों में साल 2022 का अंत हो जाएगा। ऐसे में आइए एक-एक कर नजर डालते हैं इस साल की बड़ी राजनीतिक घटनाओं पर।

चुनाव 2022

साल 2022 में गोवा, उत्तराखंड, पंजाब, मणिपुर, उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, गुजरात और दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) में चुनाव हुए थे। इस दौरान अधिकतर राज्यों में भारतीय जनता पार्टी का परचम बुलंद रहा। भाजपा ने 7 राज्यों में से पांच राज्यों गोवा, उत्तराखंड, मणिपुर, उत्तर प्रदेश और गुजरात में जीत दर्ज की है। वहीं विपक्ष की सबसे बड़ी कांग्रेस पार्टी केवल एक ही राज्य – हिमाचल प्रदेश में चुनाव जीतने में समर्थ रहीं।

आम आदमी पार्टी के शानदार प्रदर्शन ने पार्टी को पंजाब और दिल्ली एमसीडी चुनाव जीतने में मदद की। गौरतलब है कि केजरीवाल की पार्टी ने एमसीडी में बीजेपी के 15 साल के शासन को खत्म कर दिया था।

शिवसेना के अलग होने से महाराष्ट्र में राजनीतिक अनिश्चितता

इस साल के जून में शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे ने अपनी ही पार्टी के खिलाफ विद्रोह किया और पार्टी से अलग हो गए। शिवसेना में अपने ही नेताओं द्वारा किए गए विद्रोह के कारण महा विकास अघाड़ी सरकार समाप्त हो गयी और उद्धव ठाकरे को सीएम पद से इस्तीफा देना पड़ा था। शिवसेना से अलग हुए एक नाथ शिंदे ने भाजपा के समर्थन से महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली।

बाद में, भारत के चुनाव आयोग ने ठाकरे गुट के लिए पार्टी के नाम के रूप में ‘शिवसेना – उद्धव बालासाहेब ठाकरे’ और एकनाथ शिंदे समूह के नाम के रूप में ‘बालासाहेबांची शिवसेना’ को आवंटित किया।

चुनाव आयोग ने ठाकरे के नेतृत्व वाले समूह के लिए एक जलती ‘मशाल’ तथा एकनाथ शिंदे खेमे को इसके प्रतीक के रूप में एक ‘ढाल तलवार’ या ‘दो तलवारें और एक ढाल’ चुनाव चिह्न के रूप में आवंटित किया।

बिहार में नीतीश कुमार भाजपा का दामन छोड़कर ‘महागठबंधन’ में शामिल हुए 

जदयू सुप्रीमो नीतीश कुमार ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) से नाता तोड़ लिया और बिहार में नई सरकार बनाने के लिए राष्ट्रीय जनता दल (राजद) से हाथ मिला लिया।

राजद के तेजस्वी यादव और अन्य विपक्षी दलों के साथ नए महागठबंधन की घोषणा के बाद कुमार ने 10 अगस्त को आठवीं बार बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी। इसके साथ ही राजभवन में तेजस्वी यादव को भी उपमुख्यमंत्री पद के रूप में शपथ दिलाई।

भारत जोड़ो यात्रा

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने 7 सितंबर को कन्याकुमारी से कश्मीर तक पार्टी की भारत जोड़ो यात्रा को शुरू किया था। राहुल गांधी ने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा शुरू करने का मकसद विपक्ष की आवाज सुनना है। 3,570 किलोमीटर लंबी यात्रा, जिसे पूरा होने में लगभग 150 दिन लगेंगे, पार्टी इस यात्रा को कांग्रेस द्वारा 2024 के लोकसभा चुनावों में अपनी संभावनाओं को बेहतर बनाने की रणनीति के रूप में देखा जा रहा है।

बॉलीवुड चेहरों से लेकर आरबीआई के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन तक, कई प्रतिष्ठित हस्तियों ने राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा का समर्थन किया है (फोटो: भारत जोड़ो यात्रा ट्विटर पेज)
बॉलीवुड चेहरों से लेकर आरबीआई के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन तक, कई प्रतिष्ठित हस्तियों ने राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा का समर्थन किया है (फोटो: भारत जोड़ो यात्रा ट्विटर पेज)

 

कांग्रेस पार्टी में 24 साल बाद पहली बार गैर-गांधी अध्यक्ष चुना गया 

कांग्रेस पार्टी में अध्यक्ष पद का चुनाव एक ऐतिहासिक चुनाव रहा। क्योंकि पिछले 24 सालों में पहली बार कोई गैर-गांधी शख्स अध्यक्ष चुना गया है। कांग्रेस पार्टी के नए अध्यक्ष के रूप में पार्टी के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे को चुना गया। उन्होंने सोनिया गांधी की जगह ली, जो 2017 और 2019 के बीच दो वर्षों को छोड़कर 1998 से सबसे लंबे समय तक पार्टी अध्यक्ष रही हैं। 19 अक्टूबर को कर्नाटक से गांधी परिवार के वफादार मल्लिकार्जुन खड़गे अध्यक्ष बने। 80 वर्षीय नेता ने देश के सबसे पुराने पार्टी के सर्वोच्च कार्यालय में सोनिया गांधी की जगह ली। खड़गे ने 17 अक्टूबर को हुए कांग्रेस के राष्ट्रपति चुनाव में तिरुवनंतपुरम से सांसद शशि थरूर को हराया था। जिसमें देश भर में 9,500 से अधिक प्रतिनिधियों ने मतदान किया था।