मध्य प्रदेश के जबलपुर में एक भीषण सड़क हादसा हुआ, जिसमें 7 श्रद्धालुओं की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि कई अन्य घायल हो गए। यह दुर्घटना सिहोरा के मोहला और बरगी के बीच हुई, जब एक सीमेंट से भरा ट्रक गलत दिशा में आकर श्रद्धालुओं की ट्रैवलर गाड़ी से टकरा गया। हादसा इतना भयावह था कि ट्रैवलर के परखच्चे उड़ गए।
हादसे में जान गंवाने वाले सभी श्रद्धालु आंध्र प्रदेश के रहने वाले थे। वे प्रयागराज में महाकुंभ स्नान के बाद घर लौट रहे थे। दुर्घटना के वक्त एक अन्य कार भी ट्रक की चपेट में आ गई, जिससे स्थिति और गंभीर हो गई।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, हादसे के बाद मौके पर चीख-पुकार मच गई। स्थानीय लोगों ने तुरंत पुलिस और एंबुलेंस को सूचना दी, जिसके बाद राहत और बचाव कार्य शुरू किया गया। कुछ श्रद्धालु वाहन के अंदर ही फंसे रह गए थे, जिन्हें प्रशासन और पुलिस की टीमों ने कड़ी मशक्कत के बाद बाहर निकाला।
हादसे की सूचना मिलते ही जबलपुर कलेक्टर दीपक सक्सेना, एसपी संपत उपाध्याय और राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारी मौके पर पहुंचे और राहत कार्यों की निगरानी की। घायलों को पहले सिहोरा तहसील के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें जबलपुर के नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज अस्पताल रेफर कर दिया गया। डॉक्टरों ने बताया कि कुछ घायलों की स्थिति नाजुक बनी हुई है।
पुलिस ने ट्रक चालक की पहचान कर उसे हिरासत में ले लिया है और मामले की जांच शुरू कर दी गई है। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि ट्रक गलत दिशा में तेज रफ्तार से आ रहा था, जिससे यह भयानक टक्कर हुई।
हादसे के बाद स्थानीय लोगों में गुस्सा है। उनका कहना है कि गलत दिशा में आने वाले भारी वाहनों की वजह से पहले भी इस क्षेत्र में कई दुर्घटनाएं हो चुकी हैं, लेकिन प्रशासन की ओर से कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई।
प्रशासन ने मृतकों के परिजनों को उचित मुआवजा देने का आश्वासन दिया है और दुर्घटना के कारणों की गहन जांच के निर्देश दिए हैं। इस हादसे ने सड़क सुरक्षा और भारी वाहनों की लापरवाही पर फिर से सवाल खड़े कर दिए हैं।
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