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भारतीय नौसेना ने अरब सागर में लगी आग से 14 भारतीयों को बचाया, INS Tabar ने किया साहसी रेस्क्यू ऑपरेशन

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भारतीय नौसेना ने रविवार को उत्तरी अरब सागर में एक तेल टैंकर पर लगी भीषण आग के बीच 14 भारतीय क्रू मेंबर्स की जान बचाई। यह टैंकर ‘एमटी यी चेंग 6’ नाम का था और पलाऊ देश के झंडे के तहत चल रहा था। नौसेना ने इस खतरनाक हालात में साहसिक फायरफाइटिंग और रेस्क्यू ऑपरेशन को अंजाम देकर अपनी तेज़ तैयारियों और समंदर में काम करने वालों की सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्धता को फिर से साबित किया।

INS टबर, जो एक मिशन पर तैनात था, को रविवार तड़के इस टैंकर से ‘मेडे’ यानी इमरजेंसी कॉल मिली। टैंकर ने बताया कि उसके इंजन रूम में बड़ा आग लग गया है। यह जहाज संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के फुजैरा से करीब 80 समुद्री मील पूर्व में था।

INS टबर ने तुरंत अधिकतम गति से घटनास्थल की ओर कूच किया और टैंकर से संपर्क स्थापित कर फायरफाइटिंग शुरू की। सबसे पहले सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए INS टबर ने अपने बोट्स की मदद से 7 क्रू मेंबर्स को सुरक्षित बाहर निकाला। सभी को नौसेना के मेडिकल स्टाफ ने जांचा, और कोई घायल नहीं पाया गया।

टैंकर के मास्टर और बाकी सदस्य जहाज पर ही रुके ताकि आग बुझाने में मदद मिल सके। INS टबर से 6 सदस्यीय फायरफाइटिंग और डैमेज कंट्रोल टीम भेजी गई, जो आग पर काबू पाने के लिए ज़रूरी उपकरणों से लैस थी। भारतीय नौसेना और जहाज के बाकी क्रू की मदद से आग की तीव्रता काफी हद तक कम हो गई और धुआं केवल इंजन रूम तक सीमित रहा। इसके बाद INS टबर से और 13 नौसेना कर्मियों (5 अधिकारी और 8 नाविक) को भेजा गया ताकि राहत कार्य तेज़ किया जा सके।

लगातार प्रयासों से आखिरकार आग पर पूरी तरह काबू पा लिया गया। INS टबर अब भी क्षेत्र में मौजूद है ताकि जरूरत पड़ने पर आगे भी मदद दी जा सके। इस पूरे अभियान में भारतीय नौसेना ने न सिर्फ सभी भारतीय नागरिकों की जान बचाई, बल्कि यह भी दिखाया कि वह समुद्र में किसी भी आपात स्थिति में तुरंत और प्रभावी प्रतिक्रिया देने में सक्षम है। यह घटना एक बार फिर भारत की इंडियन ओशियन रीजन में ‘फर्स्ट रिस्पॉन्डर’ की भूमिका को साबित करती है।

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