विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शनिवार को स्पष्ट किया कि वह शंघाई सहयोग संगठन (SCO) सम्मेलन में भाग लेने के लिए पाकिस्तान की अपनी आगामी यात्रा दौरान पाकिस्तान से बातचीन नहीं करेंगे. उन्होंने आगे कहा कि वह केवल एक अच्छा एससीओ सदस्य होने के नाते पाकिस्तान की यात्रा कर रहे हैं.
जयशंकर ने एक कार्यक्रम में पाकिस्तान से जुड़े सवाल पर कहा, यह दौरा एक बहुपक्षीय कार्यक्रम के लिए होगा. मैं वहां भारत-पाकिस्तान संबंधों पर चर्चा करने नहीं जा रहा हूं. मैं वहां एसएसओ का एक अच्छा सदस्य होने के तौर पर जा रहा हूं. लेकिन, आप जानते हैं कि मैं एक विनम्र और सभ्य व्यक्ति हूं, इसलिए मैं उसी के अनुसार व्यवहार करूंगा. उन्होंने आगे कहा, मुझे पाकिस्तान जाना है एससीओ बैठक के लिए. यह बैठक पाकिस्तान में हो रही है. पाकिस्तान दौरे पर मीडिया का इंटरेस्ट होगा. मगर मैं साफ कह दूं कि इस दौरान कोई द्विपक्षीय वार्ता नहीं होगी.
बता दें कि पाकिस्तान का दौरा करने वाली अंतिम भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज थीं. उन्होंने अफगानिस्तान पर एक सम्मेलन में भाग लेने के लिए दिसंबर 2015 में इस्लामाबाद की यात्रा की थी. गौरतलब है कि जयशंकर की यात्रा की घोषणा विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने की. उन्होंने माडिया ब्रीफिंग में कहा, ‘विदेश मंत्री 15 और 16 अक्टूबर को इस्लामाबाद में होने वाले एससीओ शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए हमारे प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगे.’ प्रवक्ता ने स्पष्ट किया कि विदेश मंत्री केवल एससीओ शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए पाकिस्तान की यात्रा कर रहे हैं.