संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) की तरफ से हरियाणा और पंजाब में 1 अक्तूबर के बजाय 11 अक्तूबर से धान की खरीद शुरू किए जाने के निर्णय पर आंदोलन शुरू करने का एलान था। इसी के मद्देनजर शनिवार दोपहर को करनाल में प्रदर्शनकारी किसान मुख्यमंत्री मनोहर लाल के निवास के घेराव के लिए इकट्ठा हुए जिसकी वजह से बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी मौके पर तैनात हैं। इधर प्रदर्शनकारी पुलिस बैरिकेडिंग तोड़कर आगे बढ़े तो पुलिस ने उन्हें रोकने के लिए वाटर कैनन का इस्तेमाल किया।
🔲 #WATCH हरियाणा: धान की खरीद शुरू होने में देरी के मुद्दे पर प्रदर्शनकारी हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के निवास के 'घेराव' के लिए इकट्ठा हुए।
🔲 बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी मौके पर तैनात हैं। प्रदर्शनकारी पुलिस बैरिकेडिंग तोड़कर आगे बढ़े। pic.twitter.com/v0pNIlVEMd
— NewsMobile Samachar (@NewsMobileHindi) October 2, 2021
गृह मंत्री की अपील।
इसी बीच गृहमंत्री अनिल विज ने ट्वीट किया कि किसान आंदोलन दिंन प्रतिदिन हिंसक होता जा रहा है। महात्मा गांधी के देश मे हिंसक आंदोलन की इजाजत नहीं दी जा सकती। किसान नेता अपने आंदोलन को संयम में रखें।
सोनीपत में सांसद के घर के बहार प्रदर्शन।
किसानों ने सोनीपत में सांसद रमेश कौशिक के आवास के बाहर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है। वहीं पानीपत में धान की खरीद की तिथि आगे बढ़ाए जाने से किसानों को हो रही परेशानी पर सांसद दीपेंद्र हुड्डा अनाज मंडी में सांकेतिक धरने पर बैठे थे। इस दौरान किसानों ने कहा कि सरकार ने पहले धान की खरीद 1 अक्तूबर से करने की घोषणा की थी मगर एकाएक सरकार ने अपना फैसला बदल दिया और अब धान की खरीद 11 अक्तूबर से शुरू करने की बात कह रही है। सरकार धान में नमी व डिस्कलर आदि के बहाने लगा रही है। सरकार धान खरीद को लेकर आए दिन मापदंड बदल रही है। किसान इसे सहन नहीं करेगा।
जींद में भी प्रदर्शन।
नरवाना में धान की खरीद का कार्य शुरू न होने पर संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर क्षेत्र के किसानों ने जजपा विधायक रामनिवास सुरजाखेड़ा के निवास के बाहर धरना शुरू कर दिया है।
फतेहाबाद में विधायक दुड़ाराम और देवेंद्र सिंह बबली के घर का घेराव।
फतेहाबाद में किसानों ने विधायक दुड़ाराम और टोहाना के विधायक देवेंद्र सिंह बबली के घर का घेराव किया। फतेहाबाद में किसान नरमे की खराब हुई फसल विधायक दुड़ाराम के निवास पर पहुंचे और यहां पर प्रदर्शन करते हुए घेराव किया और धरना दे दिया।