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फैक्ट चेक: क्या सुप्रीम कोर्ट ने हालिया दिनों में कहा कि यूपी में जंगल राज है? जानिए पूरा सच

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फैक्ट चेक: क्या सुप्रीम कोर्ट ने हालिया दिनों में कहा ‘यूपी में है जंगल राज’? जानिए पूरा सच और क्या है मामला 

 

सोशल मीडिया पर एक पोस्ट तेजी से वायरल हो रही है। पोस्ट में कथित तौर पर एक न्यूज़ पेपर पर छपी एक खबर स्क्रीनशॉट वायरल हो है। स्क्रीनशॉट की खबर में दिए गए शीर्षक में सुप्रीम कोर्ट के हवाले कहा गया कि उत्तर प्रदेश में जंगल राज है।

फेसबुक पर वायरल पोस्ट को शेयर कर कैप्शन में लिखा गया है कि ‘उत्तर प्रदेश में महा जंगलराज है, हम तंग आ चुके हैं सुप्रीम कोर्ट।  भाजपाइयों को सायद यह नहीं दिखता है तो अलर बलर करता है। जातिवादी भाजपाई चोर भैस चुरा के भागने से पहले घंटा खोलकर दूसरे दिशा की ओर दौड़ता है जनता का ध्यान भटकाने के लिए।’

फेसबुक के वायरल पोस्ट का लिंक यहाँ देखें।

 

फैक्ट चेक:

न्यूज़मोबाइल की पड़ताल में हमने जाना कि वायरल पोस्ट हालिया दिनों का नहीं बल्कि साल 2019 का जो हालिया दिनों में वायरल हो रह है।

सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे पोस्ट की सच्चाई जानने के लिए हमने पड़ताल की। पड़ताल के दौरान हमने सबसे पहले वायरल पोस्ट को कुछ कीवर्ड्स के माध्यम से खोजना शुरू किया। खोज के दौरान हमें अमर उजाला की वेबसाइट पर अक्टूबर 18, 2019 को प्रकाशित लेख मिला।

लेख के मुताबिक साल 2019 में सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि हम उत्तर प्रदेश सरकार से तंग आ चुके हैं। ऐसा लगता है यूपी में जंगलराज है। लेख में आगे बताया गया है कि यह मामला बुलंदशहर के करीब 300 वर्ष पुरानी श्री सर्वमंगला देवी बेला भवानी मंदिर के प्रबंधन से जुड़ा है। जहां सुप्रीम कोर्ट में दायर याचिका में इलाहाबाद हाईकोर्ट के उस आदेश को चुनौती दी है जिसमें मंदिर के चढ़ावे को वहां काम करने वाले पंडों को देने की बात कही थी।

इसी पर जस्टिस एनवी रमना की अध्यक्षता वाली पीठ ने यूपी सरकार की ओर से पेश एडिशनल एडवोकेट जनरल से पूछा कि क्या यूपी में कोई ट्रस्ट या सहायतार्थ ट्रस्ट एक्ट है? क्या वहां मंदिर व सहायतार्थ चंदे को लेकर कोई कानून है? यूपी सरकार के वकील ने कहा कि इस बात की उन्हें कोई जानकारी नहीं है।

इस पर नाराज होकर पीठ ने कहा, ऐसा लगता है कि राज्य सरकार चाहती ही नहीं कि वहां कानून हो। पीठ ने कहा, लगता है वहां जंगलराज है। हम यूपी सरकार से परेशान हो गए हैं। हर दिन ऐसा देखने को मिलता है कि सरकार की ओर से पेश वकीलों के पास उचित निर्देश नहीं होते हैं।

पुष्टि के लिए हमने गूगल पर और बारीकी से खोजना शुरू किया। खोज के दौरान हमें लाइव हिंदुस्तान नामक वेबसाइट पर अक्टूबर 23, 2019 को छपा एक लेख मिला।

लेख में बताया गया है कि यूपी के बुलंदशहर के कई वर्ष पुराने श्रीसर्वमंगला देवी बेलाभवानी मंदिर के प्रबंधन से जुड़े मामले की सुनवाई के दौरान उच्चतम न्यायालय ने यूपी सरकार को जमकर फटकार लगाई। सुनवाई के दौरान न्यायालय ने कहा कि ऐसा लगता है यूपी में जंगलराज है। प्राप्त लेख में उपरोक्त लेख वाली जानकारी की पुष्टि की गयी थी।

पड़ताल के दौरान उपरोक्त मिले तथ्यों से हमने जाना कि वायरल खबर हालिया दिनों की नहीं बल्कि साल 2019 के दौरान की है। इसके साथ ही वायरल खबर में सुप्रीम कोर्ट ने यूपी के बुलंदशहर के कई वर्ष पुराने श्रीसर्वमंगला देवी बेलाभवानी मंदिर के प्रबंधन से जुड़े मामले यह बात कही थी।