Fact Check: अवामी लीग नेता पर हमले का वीडियो भ्रामक और झूठे सांप्रदायिक दावे के साथ हो रहा वायरल
सोशल मीडिया पर एक व्यक्ति पर भीड़ द्वारा हमला किए जाने का वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें आरोप लगाया गया है कि बांग्लादेश के नौगांव में अपनी बेटी अंजना रॉय के अपहरण का विरोध करने पर हरधन रॉय नामक एक हिंदू व्यक्ति पर ‘मुस्लिम चरमपंथियों’ ने हमला किया. चलिए जानते हैं कि आखिर इस वीडियो में कितनी सत्यता है.
जून 5, 2025 को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट वायरल किया गया जिसमें दावा किया गया कि बांग्लादेश के नौगांव में एक मुस्लिम लड़के अब्दुल हकीम ने एक हिंदू लड़की अंजना रॉय का अपहरण कर लिया. जब उसके पिता हरधन रॉय ने इसका विरोध किया तो कट्टरपंथी मुसलमानों ने उन्हें पीटा और घायल कर दिया.
न्यूज़मोबाइल की पड़ताल में हमने जाना कि, यह वीडियो भ्रामक दावे के साथ शेयर किया जा रहा है
हमने इस वीडियो को देखा और जाना कि यह वीडियो भ्रामक दावे का साथ शेयक किया जा रहा है. हमने इस खबर के पीछे की वास्तविक्ता का पता लगाने के लिए कीवर्ड सर्च किया. जिसमें हमें मई 14 को BD News 24 की एक रिपोर्ट मिली, जिसमें वायरल वीडियो जैसा ही फ्रेम था. इसमें बताया गया कि सिलहट में भीड़ ने सरेआम राणा पर हमला किया और फिर उसे पुलिस के हवाले कर दिया.
रिपोर्ट से हमने जाना कि यह घटना उस समय हुई जब राणा रिकाबीबाजार इलाके में एक रेस्टोरेंट में खाना खा रहे थे. नकाबपोश लोगों के एक समूह ने उन्हें घेर लिया, उन पर शारीरिक हमला करना शूरू कर दिया और आखिरकार उन्हें मदन मोहन कॉलेज के परिसर में खींच लिया. पुलिस के मुताबिक, अवामी लीग के सत्ता से बाहर होने के बाद से राणा फरार था और उसके खिलाफ नबीगंज पुलिस स्टेशन में एक मामला दर्ज था.
इतना ही नहीं हमें कई अन्य प्रकाशन भी मिले जैसे New Age BD और Rupali Bangladesh जिसने मई में हुई इस घटना को कवर किया था.
तमाम खोज-बीन के बावजूद हमें नौगांव से अंजना रॉय नामक हिंदू लड़की के अपहरण को कोई सबूत नहीं मिला.
निष्कर्ष
सिलहट में अवामी लीग के एक नेता पर हमला किए जाने की क्लिप एक झूठे सांप्रदायिक मोड़ के साथ वायरल हुई है कि एक हिंदू व्यक्ति को पीटा गया क्योंकि वह एक मुस्लिम व्यक्ति द्वारा अपनी बेटी के अपहरण का विरोध कर रहा था.
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