अर्न्स्ट एंड यंग (EY) ने बुधवार को अपनी 26 वर्षीय पुणे कर्मचारी एना सेबेस्टियन पेरायिल की दुखद मौत के बाद एक बयान जारी किया, जो कथित तौर पर काम से संबंधित तनाव का शिकार थी. ईवाई ने कहा कि एना सेबेस्टियन पेरायिल एस आर बाटलीबोई की ऑडिट टीम का हिस्सा थी. कंपनी ने युवा कर्मचारी की “अपूरणीय क्षति” पर गहरा दुख व्यक्त किया और इस बात पर जोर दिया कि उन्होंने “इस दुखद समय में परिवार की सहायता की.”
लेखांकन और सेवा समाधान फर्म ने अपने बयान में कहा, “हालांकि कोई भी उपाय परिवार को हुए नुकसान की भरपाई नहीं कर सकता है, हमने संकट के ऐसे समय में हमेशा की तरह सभी सहायता प्रदान की है और आगे भी करते रहेंगे.”
दरअससल, पुणे में 26 साल की महिला कर्मचारी की मौत ने उसके परिवार, साथियों समेत कार्पोरेट जगत से जुड़े लोगों को सदमा दिया है. केरल की चार्टर्ड अकाउंटेंट एना सेबेस्टियन पेरायिल (anna sebastian perayil) ने इस साल मार्च में ही EY कंपनी ज्वाइन की थी. पर चार महीने बाद जुलाई में उसकी मौत हो गई. अब एना का अनीता ऑगस्टाइन ने कंपनी के चेयरमैन राजीव मेनानी को एक खत लिखा है. ये खत भावुक कर देने वाला है.
मैं यह खत आपको एक दुख में डूबी मां के रूप में लिख रही हैं. मैंने अपनी बेटी एना को खो दिया है. वह 19 मार्च को एक एग्जीक्यूटिव के रूप में आपकी कंपनी के पुणे ऑफिस गई थी. 4 महीने बाद 20 जुलाई, 2024 को मेरा सब कुछ खत्म हो गया. मेरी दुनिया उजड़ गई.
वर्क लोड, ऑफिस स्ट्रेस, नए माहौल और लगातार लंबे समय तक काम करने के चलते उसे शारीरिक, मानसिक नुकसान पहुंचा. ऑफिस ज्वाइन करने के बाद से ही वह स्ट्रेस, नींद न आने की समस्या और तनाव झेलने लगी. एक दिन कामयाबी मिलने की उम्मीद में वह आगे बढ़ रही थी. एना ने जब कंपनी ज्वाइन की थी तभी उसके बॉस ने कहा था कि कई लोगों ने ज्यादा काम की वजह से यहां से काम छोड़ा है. तुम्हें हमारी टीम की छवि बदलनी होगी. मेरी बेटी ने जान देकर इसकी कीमत चुकाई. वह देर रात तक और वीकेंड्स पर भी काम करती थी. उसके पास बहुत काम था. एना का मैनेजर दिनभर मीटिंग करता था और शाम को काम असाइन करता था. फिर मेरी बेटी देर रात तक काम करती थी. एक बार मैनेजर ने उसे रात में काम दिया. एना ने रात भर काम किया और सुबह ऑफिस पहुंच गई. क्या नए लोगों पर इतना काम का बोझ डालना सही है. क्या रविवार को काम देना चाहिए. एना की मृत्यु कंपनी के लिए एक वेकअप कॉल होनी चाहिए.
कर्मचारी की मां द्वारा लिखे खत के बाद कंपना ने जवाब में कहा, वह ईवाई ग्लोबल की सदस्य फर्म एसआर बटलीबोई की ऑडिट टीम का हिस्सा थीं. एक होनहार का करियर खत्म हो जाना सभी के लिए अपूरणीय क्षति है. कोई भी उपाय परिवार के नुकसान की भरपाई नहीं कर सकता है.