कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने पार्टी में नेतृत्व के मुद्दे पर सोनिया गांधी को पत्र लिखने वाले नेताओं पर निशाना साधा और कहा कि जब पार्टी राजस्थान एवं मध्य प्रदेश में विरोधी ताकतों से लड़ रही थी और सोनिया गांधी अस्वस्थ थीं तो उस समय ऐसा पत्र क्यों लिखा गया। सूत्रों के मुताबिक, राहुल गांधी ने कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक में कहा कि जब हम राजस्थान एवं मध्य प्रदेश में विरोधी ताकतों से लड़ रहे थे और सोनिया अस्वस्थ थीं तो उस समय यह पत्र क्यों लिखा गया?
बता दे कांग्रेस कार्य समिति की बैठक चल रही है। बैठक में कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक सोमवार सुबह 11 बजे से जारी है. इसमें सोनिया गांधी, मनमोहन सिंह और प्रियंका गांधी वाड्रा समेत अन्य सदस्य शामिल हुए हैं. मीटिंग में सोनिया गाँधी ने इच्छा ज़ाहिर की है क़ि अब कांग्रेस पार्टी का अध्यक्ष कांग्रेस परिवार के किसी बाहरी व्यक्ति को बनाया जाये।
मनमोहन ने की पद पर बने रहने की अपील
सोनिया गांधी ने कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) से उन्हें पार्टी के अंतरिम अध्यक्ष के पद से मुक्त करने को कहा, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने उनसे पद पर बने रहने की अपील की।
CWC बैठक की अहम बातें –
वही राहुल गाँधी के बयान पर कपिल सिब्बल ने भी नाराज़गी जताई है।
राहुल गांधी कहते हैं, "हमारी भाजपा से मिलीभगत है" … पिछले 30 सालों में कभी भी किसी मुद्दे पर बीजेपी के पक्ष में बयान नहीं दिया। फिर भी "हमारी भाजपा से मिलीभगत है"! : कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल@KapilSibal pic.twitter.com/nNa5kUnYF1
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हालाकिं कुछ देर बाद उन्होंने अपना ट्वीट वापस ले लिया।
कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने "भाजपा के साथ मिलीभगत" पर किए गए अपने ट्वीट को वापिस लिया। @KapilSibal pic.twitter.com/IsHyqbpvBi
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गुलाम नबी आज़ाद का बयान – राहुल गाँधी की टिपण्णी हुई सच तो दे दूंगा इस्तीफा
CWC की बैठक के दौरान गुलाम नबी आज़ाद ने कहा कि अगर राहुल गांधी की "भाजपा के साथ मिलीभगत" की टिप्पणी सही साबित हुई तो वे इस्तीफा दे देंगे : ANI@INCIndia
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बीते दिन कांग्रेस पार्टी के 20 से अधिक नेताओ द्वारा लिखे पत्र के बाद से ही पार्टी में अंदरूनी खींचतान का माहौल बन गया है। इस पत्र के बाद कुछ नेताओं ने सोनिया-राहुल के नेतृत्व में भरोसा जताया है। मीडिया में आई खबरों के मुताबिक, इस मीटिंग में कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी अपने पद से इस्तीफा दे सकती हैं। हालांकि कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला का कहना है कि सोनिया ने किसी के साथ बातचीत में ऐसा कोई इरादा नहीं जताया है।