बर्मिंघम: पुरुष एकल बैडमिंटन के फाइनल में लक्ष्य सेन ने भारत के लिए जीता स्वर्ण पदक
बर्मिंघम कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 के आखिरी दिन भारत के बैडमिंटन स्टार लक्ष्य सेन ने कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 के पुरुष सिंगल्स फाइनल में धमाकेदार प्रदर्शन किया है। उन्होंने पहला गेम गंवाने के बाद जोरदार पलटवार किया और मलेशिया के त्जे यंग (Tze Yong) को 19-21, 21-9, 21-16 से हराया। उन्होंने पुरुष एकल के फाइनल में मलेशिया एंग जे यॉन्ग को हराकर स्वर्ण पदक जीत लिया है। उनका राष्ट्रमंडल खेलों में यह पहला पदक है।
🔲 बर्मिंघम: लक्ष्य सेन ने पुरुष एकल बैडमिंटन के फाइनल में जीत दर्ज़ कर कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में भारत के लिए स्वर्ण पदक जीता। #LakshyaSen#CommonwealthGames2022 pic.twitter.com/Mk1gxxsoHG
— NewsMobile Samachar (@NewsMobileHindi) August 8, 2022
लक्ष्य सेन का कॉमनवेल्थ गेम्स के सिंगल्स में अपना यह पहला ही मेडल है। दुनिया के 10वें नंबर के शटलर लक्ष्य सेन ने कॉमनवेल्थ में यह दूसरा मेडल जीता है। उन्होंने पहला मेडल इसी बार मिक्स्ड टीम इवेंट में सिल्वर जीता था। अब इसी सीजन में उन्होंने गोल्ड जीतकर इतिहास रच दिया है। इस साल थॉमस कप जीतने वाली टीम के सदस्य रहे लक्ष्य पिछले एक साल में भारत के टॉप शटलर बनकर सामने आए हैं।
कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में बैडमिंटन पुरुष एकल में लक्ष्य सेन को स्वर्ण पदक जीतने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी बधाई दी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में बैडमिंटन पुरुष एकल में लक्ष्य सेन को स्वर्ण पदक जीतने पर बधाई दी। pic.twitter.com/s6y3urcLFk
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 8, 2022
बता दें लक्ष्य के दादा सीएल सेन बैडमिंटन के एक बेहतरीन खिलाड़ी थे। उन्होंने राज्य और राष्ट्रीय स्तर की कई प्रतियोगिताएं जीतीं थीं। उनकी लगन और जज्बे के कारण अल्मोड़ा में बैडमिंटन को बढ़ावा मिला। इसी के चलते उन्हें अल्मोड़ा में बैडमिंटन का पुरोधा भी माना जाता है। उस विरासत को अब लक्ष्य ने आगे बढ़ाया है। उन्होंने सिर्फ राज्य या देश में ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया में अपना लोहा मनवाया है।