अमेरिकी खुफिया विभाग की प्रमुख तुलसी गबार्ड ने चेतावनी दी है कि अगर ईरान फैसला कर ले, तो वह कुछ ही हफ्तों या महीनों में परमाणु हथियार तैयार कर सकता है। अपने हालिया बयान में उन्होंने यह स्पष्ट किया कि उनके पुराने बयान को मीडिया ने गलत संदर्भ में प्रस्तुत किया था।
गबार्ड ने यह प्रतिक्रिया उस समय दी जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने उनके पुराने बयान को सार्वजनिक रूप से खारिज कर दिया था। मार्च में दिए गए एक बयान में गबार्ड ने कहा था कि ईरान इस समय सक्रिय रूप से परमाणु हथियार नहीं बना रहा है। जब राष्ट्रपति ट्रंप से इस बयान के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, “अगर गबार्ड ऐसा कह रही हैं, तो हमारी खुफिया एजेंसियां गलत हैं। किसने ऐसा कहा?” जब उन्हें बताया गया कि यह बयान खुद गबार्ड का है, तो ट्रंप ने कहा, “वह गलत हैं।”
इसके बाद तुलसी गबार्ड ने सोशल मीडिया मंच X (पूर्व ट्विटर) पर एक वीडियो साझा करते हुए लिखा, “बेईमान मीडिया मेरी गवाही को तोड़-मरोड़ कर पेश कर रही है और झूठी खबरें फैला रही है, ताकि जनता को भ्रमित किया जा सके।” उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि उन्होंने कभी यह नहीं कहा कि ईरान से कोई खतरा नहीं है।
गबार्ड ने अपने पोस्ट में यह भी जोड़ा, “अमेरिका के पास जो खुफिया जानकारी है, उसके अनुसार ईरान अब ऐसी स्थिति में पहुंच चुका है कि वह कुछ ही हफ्तों या महीनों के भीतर परमाणु हथियार बना सकता है, अगर वह ऐसा करने का निर्णय लेता है।” उन्होंने यह भी कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप हमेशा इस बात पर जोर देते रहे हैं कि ईरान को परमाणु हथियार नहीं बनाने दिया जाएगा, और वह खुद इस नीति से पूरी तरह सहमत हैं।
गबार्ड द्वारा साझा किए गए वीडियो में उन्होंने अपने मार्च वाले बयान की पूरी क्लिप भी सार्वजनिक की, ताकि लोग खुद देख सकें कि उन्होंने वास्तव में क्या कहा था और किस तरह से उनके बयान को गलत तरीके से पेश किया गया। इस घटनाक्रम ने एक बार फिर अमेरिका में खुफिया सूचनाओं, मीडिया रिपोर्टिंग और प्रशासनिक प्रतिक्रिया के बीच तनाव को उजागर कर दिया है।
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