वाशिंगटन: बाइडेन ने एक टेलीविजन पर राष्ट्र के नाम संबोधन में कहा, “हम एक महान राष्ट्र के रूप में अपनी जिम्मेदारी के रास्ते में ओछी और भड़काऊ राजनीति होने नहीं दे सकते. हम हमास जैसे आतंकवादियों और पुतिन जैसे तानाशाहों को जीतने नहीं दे सकते और न ही देंगे. मैं ऐसा देने होने से इनकार करता हूं.”
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा, “हाल के वर्षों में, बहुत अधिक नफरत ने नस्लवाद को बढ़ावा देने वाली ऑक्सीजन दी है. यहां अमेरिका में यहूदी विरोधी भावना और इस्लामी भय का उदय हुआ है… मैं मुस्लिम अमेरिकी समुदाय, अरब अमेरिकी समुदाय, फिलिस्तीनी अमेरिकी समुदाय में आप में से कई लोगों को जानता हूं, और बहुत से अन्य लोग क्रोधित हैं, अपने आप से कह रहे हैं, हम फिर से इस्लामोफोबिया और अविश्वास के साथ जा रहे हैं जो हमने 9/11 के बाद देखा था.
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा, “राष्ट्रपति के रूप में, मेरे लिए बंधक बने अमेरिकियों की सुरक्षा से बढ़कर कोई प्राथमिकता नहीं है…इजरायल में, मैंने ऐसे लोगों को देखा जो मजबूत, दृढ़, लचीले और गुस्से में भी हैं, सदमे में हैं और गहरे दर्द में हैं. मैंने फ़िलिस्तीनी प्राधिकरण के राष्ट्रपति अब्बास से भी बात की और दोहराया कि संयुक्त राज्य अमेरिका फ़िलिस्तीनी लोगों के सम्मान और आत्मनिर्णय के अधिकार के लिए प्रतिबद्ध है. कई अन्य लोगों की तरह, मैं फ़िलिस्तीनी जीवन की दुखद हानि से दुखी हूं, जिसमें गाजा के अस्पताल में विस्फोट भी शामिल है, जो इज़रायलियों द्वारा नहीं किया गया था. हम हर निर्दोष की जान जाने पर शोक मनाते हैं. हम निर्दोष फ़िलिस्तीनियों की मानवता को नज़रअंदाज़ नहीं कर सकते जो केवल शांति से रहना चाहते हैं और एक अवसर चाहते हैं.”
कांग्रेस से यूक्रेन और इजरायल की मदद के लिए बड़े पैमाने पर फंडिंग को मंजूरी देने की बात करेंगे. इसके पीछे उन्होंने यह तर्क दिया कि यह एक वैश्विक नेता के रूप में अमेरिका के भविष्य के लिए एक निवेश होगा. 80 वर्षीय डेमोक्रेट ने ऐतिहासिक रेसोल्यूट डेस्क के पीछे से दिए गए अपने राष्ट्रपति पद के दूसरे भाषण में कहा “यह एक स्मार्ट निवेश है जो पीढ़ियों तक अमेरिकी सुरक्षा को लाभांश देगा.”
America is a beacon to the world, still: @Potus announces special defence package for Israel. Over 100 billion aid package coming. Addresses the national on international crisis. Also speaks about Anti Semitism, Islamophobia and that there is no place in America for this.
A… pic.twitter.com/VlhJV0kmnV— Saurabh Shukla सौरभ शुक्ल (@isaurabhshukla) October 20, 2023