स्थिर रहेगी आपके लोन की EMI, RBI ने रेपो रेट को 6.5% पर रखा बरकरार
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने आज यानी शुक्रवार को अपनी मौद्रिक नीति समीक्षा बैठक में लिए गए फैसलों की घोषणा कर दी है। RBI की मौद्रिक नीति समिति ने रेपो रेट 6.50% पर स्थिर रखने यानी कोई बदलाव न करने का निर्णय लिया गया है। त्योहारों के सीजन में इस बार रेपो रेट में कटौती की उम्मीद की जा रही थी लेकिन वह टूट गयी है। RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने बताया, “सभी कारकों को ध्यान में रखते हुए वर्तमान वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए वास्तविक GDP वृद्धि 6.5% अनुमानित है… अगले वित्तीय वर्ष 2024 -25 की पहली तिमाही के लिए वास्तविक GDP वृद्धि 6.6% रहने का अनुमान है।”
RBI की मौद्रिक नीति समिति ने रेपो रेट 6.50% पर अपरिवर्तित रखने का निर्णय लिया है: RBI गवर्नर शक्तिकांत दास pic.twitter.com/7VAfHsmaWm
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 6, 2023
RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि जीडीपी ग्रोथ अनुमान में कोई बदलाव नहीं है। यह फाइनेंशियल ईयर 2023-24 में 6.5 फीसद रहने का अनुमान है। चौथी तिमाही में जीडीपी ग्रोथ का अनुमान 5.7 फीसद है। जुलाई में टमाटर की महंगाई से दिक्कते पैदा हुईं। आने वाले दिनों में महंगाई घटने की उम्मीद है।
इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि आरबीआई गवर्नर दास ने कहा कि मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) ने उदार रुख को वापस लेने का रुख बरकरार रखा है, एमपीसी मुद्रास्फीति के हिसाब से जरूरत के अनुरूप कदम उठाने को तैयार है। पूंजीगत वस्तुओं के उत्पादन से संकेत मिलता है कि निजी क्षेत्र का निवेश बढ़ रहा है। मजबूत मांग से घरेलू अर्थव्यवस्था जुझारू बनी हुई है।
शक्तिकांत दास ने महंगाई के तय दायरे के ऊपर होने का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि वैश्विक आउटलुक महंगाई दरों पर असर डालने वाला रहा है. इसके अलावा जुलाई 2023 में टमाटर समेत अन्य सब्जियों की बढ़ी कीमतों का प्रभाव भी महंगाई दर पर देखने को मिला है. उन्होंने FY24 में महंगाई दर 5.4 फीसदी रहने का अनुमान जाहिर किया है. FY24 की दूसरी तिमाही में रिटेल महंगाई (CPI) 6.2 फीसदी से बढ़कर 6.4 फीसदी रहने का अनुमान, जबकि तीसरी तिमाही में ये 5.6 फीसदी और चौथी तिमाही में 5.2 फीसदी पर रह सकती है।