दीवाली जैसे त्यौहार का मतलब होता है आतिशबाज़ी, ख़ुशी, रौनक और बहुत सारी मिठाइयां। ऐसे में इस त्यौहार के लिए देश के मिठाईवालों ने कमर कस ली है। अब भले ही हर साल की तरह इस तरह वो रौनक दिवाली पर नहीं दिख रही, लेकिन हलवाई की दुकानों पर तरह-तरह की मिठाई से दुकाने गुरजार है। इस बीच गुजरात ने 1 नवंबर को चंडी पाड़वो मनाया जिसके लिए दूकान मिठाई से तो गुलज़ार दिखी मगर यहाँ एक दूकान पर मिठाई 9000 रुपये प्रति किलोग्राम पर बिकी। इतना ही नहीं ये मिठाई दिवाली के मद्देनज़र भी मनाई गई है।
मिठाई का नाम है ‘गोल्ड घारी’
इस मिठाई का नाम है घारी और यह सूरत की स्थानीय मिठाई है। और ये मिठाई भागल की एक दुकान ने अपने मेन्यू के लिए ‘गोल्ड घारी’ नाम से लॉन्च की है जिसकी कीमत 9,000 रुपये प्रति किलोग्राम है, जबकि सामान्य घारी की कीमत 660-820 रुपये प्रति किलो है। दुकान के मालिक रोहन ने जानकारी देते हुए कहा कि मिठाई सोने की तरह हेल्दी और पौष्टिक है, क्योंकि सोने को आयुर्वेद में लाभकारी धातु माना जाता है।
Gujarat: Ahead of Chandi Padvo, a festival falling a day after Sharad Poornima, a sweet shop in Surat has launched 'Gold Ghari' -a different version of ghari, a sweet dish from Surat. Shop owner says, "It is available at Rs 9000/kg. Normal ghari is available at Rs 660-820 per kg" pic.twitter.com/7jkXVfCls2
— ANI (@ANI) October 30, 2020
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उम्मीद से कम हो रही है बिक्री।
दूकान मालिक के मुताबिक ‘गोल्ड घारी’ को लॉन्च किए हुए कई दिन हो गए हैं। इसकी बिक्री की जितनी उम्मीद थी, उससे बिक्री थोड़ी कम है. लेकिन उन्हें आशा है कि अगले कुछ दिनों में इसे लोगों की अच्छी प्रतिक्रिया मिलेगी।
गौरतलब है कि घारी एक तरह की सूरत की स्थानीय मिठाई है। इसे चने की दाल, घी और सूखे मेवे डालकर बनाया जाता है। इसे सेव, गांठिया, फ्राई पोहे, बूंदी और पापड़ी के मिक्चर भूसू के साथ परोसा जाता है। और तो और इसे चंडी पडवा के दिन खाने की रस्म है। बता दे सूरत में यह परंपरा 3 सदी से चली आ रही है।