आज भारत ने दुश्मनों सबक सीखने के लिए अपनी शक्ति का प्रदर्शन करते हुए स्वदेशी तकनीक से निर्मित पिनाका गाइडेड रॉकेट लांच सिस्टम के अपग्रेड संस्करण का ओडिशा के समुद्री तट पर शुक्रवार को भी सफल परीक्षण किया गया। ख़ास बात ये है कि इस परीक्षण के दौरान तय किए गए सभी मानक सफलतापूर्वक हासिल किए गए।
दो महीनों से भी कम समय में 11 मिसाइलों का परीक्षण कर चूका है भारत।
बता दे पिनाका सिस्टम की एक बैटरी में छह लॉन्च वेहिकल होते हैं, साथ ही लोडर सिस्टम, रडार और लिंक विद नेटवर्क सिस्टम और एक कमांड पोस्ट होती है। पिनाका के सफल परीक्षण के साथ, भारत ने अब तक दो महीनों से भी कम समय में 11 मिसाइलों का परीक्षण कर लिया है। इन मिसाइलों का परीक्षण ऐसे समय में किया जा रहा है जब पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर भारत और चीन के बीच करीब पांच महीनों से भी ज्यादा समय से तनातनी जारी है।
#WATCH: An advanced version of the DRDO-developed Pinaka today successfully flight tested from Integrated Test Range, Chandipur off the coast of Odisha. A total of 6 rockets were launched in series and all the tests met complete mission objectives.
@DRDO_India @DefenceMinIndia pic.twitter.com/EvJT8epdxS
— NewsMobile (@NewsMobileIndia) November 4, 2020
गौरतलब है कि सभी उड़ान लेखों को टेलीमेट्री, रडार और इलेक्ट्रो-ऑप्टिकल ट्रैकिंग सिस्टम जैसे रेंज इंस्ट्रूमेंट्स द्वारा ट्रैक किया गया था। पिनाका रॉकेट का ये अपग्रेडेड संस्करण मौजूदा पिनाका एमके- I रॉकेटों की जगह लेगा जो वर्तमान में उत्पादन में हैं।
भगवान शिव के धनुष की तर्ज पर रखा गया नाम।
बता दे इस रॉकेट के इसी साल मार्च में राजस्थान की पोखरण टेस्ट रेंज में भी तीन सफल परीक्षण किए गए थे। फिलहाल जुटी जानकारी के मुताबिक भगवान शिव के धनुष ‘पिनाक’ के नाम पर डेवलप किए गए इस मिसाइल सिस्टम को भारत और पाकिस्तान से लगी सीमाओं पर तैनात करने के मकसद से बनाया गया है।