नई दिल्ली: 11 अगस्त को दिल्ली सेवा विधेयक को लेकर पांच सांसदों के फर्जी हस्ताक्षर के आरोप में राज्यसभा से निलंबित आम आदमी पार्टी के सांसद राघव चड्ढा ने सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दाखिल कर अपने निलंबन को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है.
आज AAP नेता राघव चड्डा ने एक प्रेसवार्ता में कहा, ” एजेंसियों को विपक्ष पर द्वेष और बदले की भावना से छोड़ा जाता है ताकि कोई भी भाजपा के खिलाफ आवाज ना उठाए. जब से INDIA बना है तब से इन एजेंसियों द्वारा की जाने वाली रेड लगातार बढ़ती जा रही है… यह उनका डर, उनका खौफ दिखाता है. आज अगर किसी भी नेता को केस से मुक्ती चाहिए तो वे भाजपा में शामिल हो सकता है. इसके कई उदाहरण है… जो भाजपा में चला जाएगा वे इनाम पाएगा और जो भाजपा के खिलाफ आवाज उठाएगा उसके घर ED, CBI नाम का मेहमान आएगा.”
उन्होंने आगे कहा कि “आज अगर किसी भी नेता को केस से मुक्ती चाहिए तो वे भाजपा में शामिल हो सकता है. इसके कई उदाहरण है… जो भाजपा में चला जाएगा वे इनाम पाएगा और जो भाजपा के खिलाफ आवाज उठाएगा उसके घर ED, CBI नाम का मेहमान आएगा.”