बोर्ड की परिक्षों को लेकर किया गया बड़ा बदलाव, अब से साल में दो बार होंगे एग्जाम, MOE ने जारी किए निर्देश
भारत के शिक्षा मंत्रालय ने कक्षा 10वीं और 12वीं के बोर्ड को लेकर बड़े बदलाव किया है। केंद्र ने बुधवार को नई शिक्षा नीति (एनईपी) के तहत एजुकेशन सिस्टम में बड़े बदलावों की घोषणा की। मंत्रालय द्वारा जारी किए गए निर्देश के मुताबिक अब से साल 2024 से कक्षा 10 और 12 के लिए बोर्ड परीक्षाएं साल में दो बार आयोजित की जाएंगी। इन दोनों एग्जाम में छात्र के जो सबसे बेस्ट स्कोर होगा वही उसका फाइनल रिजल्ट।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने दिल्ली में स्कूली शिक्षा के लिए राष्ट्रीय पाठ्यक्रम रूपरेखा जारी की। pic.twitter.com/R7SKZ3FfY8
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 23, 2023
जब दो बार पेपर होंगे तो छात्रों को इन दोनों में से अपना बेस्ट स्कोर बनाए रखने की अनुमति दी जाएगी। इसके साथ ही मंत्रालय ने बोर्डों से कहा है कि वे ऑन-डिमांड परीक्षाओं को आयोजित करने की क्षमता विकसित करें। कक्षा 11 और 12 के छात्रों को दो भाषाएं पढ़नी होंगी और उनमें से कम से कम एक भारतीय होनी चाहिए। अपडेट किए गए करिकुलम फ्रेमवर्क के अनुसार, छात्रों को कक्षा 11 और 12 में विषयों की पसंद चुनने में स्ट्रीम का रिस्ट्रिक्शन नहीं रहेगा।
शिक्षा मंत्रालय ने जानकारी देते हुए कहा है कि दो बार बोर्ड एग्जाम होने का सिस्टम National Council of Educational Research and Training की ओर से शुरू कराने की तैयारी है।
बता दें कि नए एनसीएफ के मुताबिक पाठ्यपुस्तकें नये सत्र से शुरू की जाएंगी। शिक्षा मंत्रालय ने 5+3+3+4 ‘पाठ्यचर्या और शैक्षणिक’ संरचना के आधार पर चार राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा (एनसीएफ) तैयार की है, जिसकी एनईपी 2020 ने स्कूली शिक्षा के लिए सिफारिश की है।