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फैक्ट चेक: सदन में पीएम मोदी ने नहीं किया आरक्षण का विरोध, भ्रामक दावे के साथ वायरल हो रहा यह अधूरा वीडियो, जानें पूरा सच

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फैक्ट चेक: सदन में पीएम मोदी ने नहीं किया आरक्षण का विरोध, भ्रामक दावे के साथ वायरल हो रहा यह अधूरा वीडियो, जानें पूरा सच

सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। यह वीडियो सदन में प्रधानमंत्री मोदी द्वारा दिए जा रहे भाषण का है। वीडियो में पीएम मोदी यह कहते हुए सुनाई दे रहे हैं कि वह किसी भी प्रकार के आरक्षण को पसंद नहीं करते। इसी वीडियो को सोशल मीडिया पर शेयर कर दावा किया जा रहा है कि पीएम मोदी ने खुलेआम सदन में कह दिया कि वह आरक्षण के विरोधी हैं।

फेसबुक पर वायरल वीडियो को शेयर कर हिंदी भाषा के कैप्शन में लिखा गया है कि ‘मैं किसी भी प्रकार के आरक्षण के ख़िलाफ़ हूं नौकरी में तो बिलकुल नहीं” ये मोदीजी ने क्या बोल

फेसबुक के वायरल पोस्ट का लिंक यहाँ देखें।

 

फैक्ट चेक:

न्यूज़मोबाइल की पड़ताल में हमने जाना कि वायरल वीडियो अधूरा है साथ ही वीडियो को अधूरी जानकारी के साथ शेयर किया जा रहा है।

सोशल मीडिया वायरल पीएम मोदी के वीडियो की सच्चाई जानने के लिए हमने पड़ताल की। इस दौरान कुछ संबंधित कीवर्ड्स के माध्यम से खोजना शुरू किया। खोज के दौरान हमें News 18 के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर वायरल वीडियो का लंबा वर्शन मिला। जहां पीएम मोदी के पूरे भाषण को अपलोड किया गया था। प्राप्त वीडियो को  फरवरी 7, 2024 को अपलोड किया गया था। वीडियो को देखने पर हमने जाना कि वायरल वीडियो में पीएम मोदी भारत के भूतपूर्व प्रधानमंत्री पंडित नेहरू की चिट्ठी को पढ़ कर सदन को सुना रहा रहे थे।

 

 

पुष्टि के लिए हमने गूगल पर और बारीकी से खोजना शुरू किया। खोज के दौरान हमे संसद टीवी पर वायरल वीडियो वाले बयान का पूरा वीडियो मिला। यहाँ भी देखा जा सकता है कि पीएम मोदी भारत के भूतपूर्व प्रधानमंत्री पंडित नेहरू द्वारा पूर्व में लिखी गयी एक चिट्ठी को पढ़ रहे हैं। इस दौरान पीएम मोदी अपने भाषण में कहते हैं कि  “एक बार नेहरू जी ने मुख्यमंत्रियों को चिट्ठी लिखी थी, जिसमें लिखा था कि ‘मैं किसी भी आरक्षण को पसंद नहीं करता और खासकर नौकरी में आरक्षण तो कतई नहीं। मैं ऐसे किसी भी कदम के खिलाफ हूं जो अकुशलता को बढ़ावा दे, जो दोयम दर्जे की तरफ ले जाए।’ इसी के आधार पर मैं कहता हूं कि कांग्रेस आरक्षण की जन्मजात विरोधी है।”

पड़ताल के दौरान मिले तथ्यों से हमने जाना कि वायरल वीडियो अधूरा है साथ ही भ्रामक दावे के साथ सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है। दरअसल, पीएम मोदी भारत के पूर्व व प्रथम प्रधानमंत्री पंडित नेहरू द्वारा भारत के सभी राज्यों के तत्कालीन मुख्यमंत्रियों को लिखी गयी चिट्ठी को पढ़ रहे थे।