नई दिल्ली: भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण सिंह के खिलाफ जंतर-मंतर पर पहलवानों का धरना दूसरे दिन भी जारी रहा. सभी पहलवान बृजभूषण के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं. भारतीय पहलवान विनेश फोगट, बजरंग पुनिया, साक्षी मलिक, रवि दहिया और दीपक पुनिया ने भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ कथित यौन उत्पीड़न की शिकायतों पर भारतीय ओलंपिक संघ की अध्यक्ष पीटी उषा को पत्र लिखा है.
भारतीय पहलवान विनेश फोगट, बजरंग पुनिया, साक्षी मलिक, रवि दहिया और दीपक पुनिया ने भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ कथित यौन उत्पीड़न की शिकायतों पर भारतीय ओलंपिक संघ की अध्यक्ष पीटी उषा को पत्र लिखा है।@PMOIndia @AmitShah #AnuragThakur pic.twitter.com/QaIipckKaT
— NewsMobile Samachar (@NewsMobileHindi) January 20, 2023
बता दें कि बृजभूषण शरण सिंह (WFI President Brij Bhushan Sharan Singh) पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने के बाद देश के शीर्ष पहलवान सड़कों पर उतर आए हैं और दिल्ली के जंतर-मंतर पर प्रदर्शन कर रहे हैं. पहलवान विनेश फोगाट, बजरंग पूनिया, साक्षी मिलक, अंशु मलिक और रवि दहिया समेत देश के दिग्गज पहलवान धरने पर मौजूद हैं.
धरने पर बैठे बजरंग पूनिया ने आज कहा, हमने अपनी मांगें सरकार के सामने रख दी हैं और उन्होंने आश्वासन दिया है कि सारी मांगें पूरी हो जाएंगी. हमारी लड़ाई किसी राजनीतिक पार्टी से नहीं बल्कि हमारी लड़ाई संघ से है. हमें नहीं लगता कि इस मामले में इतना समय लगना चाहिए.
उन्होंने आगे कहा, प्रधानमंत्री ने हमेशा खिलाड़ियों का मान, सम्मान और साथ दिया है। हम प्रधानमंत्री, गृह मंत्री और खेल मंत्री से निवेदन करेंगे कि इस मामले में जल्द से जल्द हमारी मांगों को सुना जाए. WFI के अध्यक्ष ने इसमें राजनीतिक, जाति आदि मोड़ दिया है. प्रदर्शन में सारे खिलाडी हैं.
वहीं पूनिया ने बृजभूषण शरण सिंह पर तंज कसा और कहा, हम क़ानून का सहारा लेकर चलेंगे. अध्यक्ष जी ने कहा है कि उनके ख़िलाफ़ एक भी सबूत होगा तो वह फांसी लगा लेंगे, उम्मीद करते हैं कि यह भी बहुत जल्द होगा…हम बृजभूषण शरण सिंह के सामने आने का इंतजार कर रहे हैं लेकिन वह भाग रहे हैं. हम सब लोग अपना करियर दांव पर लगाकर आए हैं.
ओलंपिक संघ के सामने पहलवानों ने रखीं हैं चार मांगें
- यौन उत्पीड़न की शिकायत पर कमेटी गठित की जाए
- कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष से इस्तीफा लिया जाए
- कुश्ती महासंघ को भंग किया जाए
- कुश्ती महासंघ को चलाने के लिए पहलवानों की देख-रेख में एक नई कमेटी गठित की जाए