गुरूग्राम के उपायुक्त अमित खत्री के मार्गदर्शन में आज गुरूग्राम के एसडीएम जितेन्द्र कुमार द्वारा बड़े प्रकोप वाले चिन्हित क्षेत्रों के लिए स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसिजर(एसओपी) जारी किए गए हैं और इनकी पालना सुनिश्चित करने के लिए 6 ड्यूटी मैजिस्ट्रेट भी नियुक्त किए हैं।
जारी एसओपी के अनुसार ऐसे क्षेत्रों के एंट्री व एग्जिट प्वाइंट पर बेरिकेटिंग लगाते हुए अनावश्यक मूवमेंट प्रतिबंधित रहेगा। इस क्षेत्र में जरूरी व मूलभूत सुविधाओं के अलावा एमरजेंसी सेवाओं के तहत मूवमेंट की स्वीकृति दी गई है। इस क्षेत्र में रहने वाले लोगों को आरोग्य सेतु मोबाइल एप का इस्तेमाल करने की सलाह दी गई है।
यहां के एंट्री व एग्जिट प्वाइंट से गुजरने वाले प्रत्येक व्यक्ति की थर्मल स्कैनिंग से जांच करने के साथ साथ इस क्षेत्र में सिप्टोमैटिक मरीजों की स्क्रीनिंग की जाएगी। कोरोना वायरस संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए इस क्षेत्र से बाहर जाने वाले सिप्टोमैटिक मरीजों की रैपिड टेस्टिंग किट से जांच करवाने की सलाह दी गई है।
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इस क्षेत्र में प्रवेश करने वाले लोगों को कोरोना संक्रमण से बचाव उपायों की जानकारी देने के साथ साथ उन्हें इससे संबंधित पैम्फलेट तथा मास्क उपलब्ध करवाए जाएंगे। इस क्षेत्र में रहने वाले प्रत्येक व्यक्ति की थर्मल स्कैनिंग से जांच करते हुए डोर टू डोर स्क्रीनिंग की जाएगी। इसके अलावा, आईसीएमआर की गाइडलाइन्स अनुसार लोगों की रैपिड एंटीजन टेस्टिंग किट तथा आरटीपीसीआर से जांच की जाएगी। इस क्षेत्र को नगर निगम गुरूग्राम की टीम द्वारा पूर्णतया सैनिटाइज किया जाएगा।
आयुष विभाग द्वारा इस क्षेत्र में इम्युनिटी बूस्टर दवाईयों का वितरण करने के साथ साथ व्यापक स्तर पर आईईसी गतिविधियां चलाते हुए लोगों को फेस मास्क लगाने, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने तथा हैंड हाइजिन की जानकारी दी जाएगी। इस दौरान आरडब्ल्यूए संस्थाओं तथा नगर निगम से सामंजस्य स्थापित करते हुए इन्हें बड़े प्रकोप वाले क्षेत्रों में लागू किया जाएगा। इस क्षेत्र में जिला खाद्य एवं पूर्ति नियंत्रक विभाग जेडएएचएसएएमबी तथा डिस्ट्रिक्ट ड्रग कंट्रोल ऑफ़िसर से सामंजस्य स्थापित करते हुए जरूरी खाद्य सामग्री तथा दवाईयों आदि का वितरण सुनिश्चित किया जाएगा।