अभिनेता से नेता बने कमल हासन ने रविवार को विवादित बयान देते हुए कहा कि नाथूराम गोडसे स्वतंत्र भारत का पहला ‘आतंकवादी’ था और वह एक ‘हिंदू’ था.
उन्होंने रविवार रात तमिलनाडु के करूर जिले के अरावकुरिची शहर में जनसभा जो संबोधित करते हुए कहा “मैं यह नहीं कह रहा हूं क्योंकि यह मुस्लिम बहुल क्षेत्र है, लेकिन मैं गांधी की मूर्ति के सामने यह बात कह रहा हूं. स्वतंत्र भारत में पहला आतंकवादी एक हिंदू था, उसका नाम नाथूराम गोडसे है.”
अरवाकुरिची चार विधानसभा क्षेत्रों में से एक है, जहां 19 मई को उपचुनाव होने हैं. हासन की पार्टी मक्कल नीधि मय्यम (एमएनएम) ने एस मोहनराज को इस सीट से मैदान में उतारा है.
64 वर्षीय अभिनेता ने कहा कि वह महात्मा के ‘अंतर्मन से पड़पोते’ हैं और वे वहां गांधी की हत्या पर सवाल उठाने के लिए आए थे.
वहीं कमल हासन के हिन्दू आतंकवादी वाले बयान का जवाब देते हुए विवेक ओबरॉय , जो पिछले दिनों प्रधानमंत्री मोदी की बायोपिक को लेकर चर्चा में थे, ने ट्विटर पर लिखते हुए हासन पर निशाना साधा.
उन्होंने लिखा,”डियर कमल सर, आप एक महान कलाकार हैं. जैसे कला का कोई धर्म नहीं होता, वैसे ही आतंक का भी कोई धर्म नहीं होता ! आप कह सकते हैं कि गोडसे एक आतंकवादी था, लेकिन आप हिन्दू शब्द को स्पेसिफाई क्यों करेंगे? क्या इसलिए क्योंकि आप मुस्लिम बहुल इलाके में वोट की तलाश में थे ?”
Dear Kamal sir, you are a great artist. Just like art has no religion, terror has no religion either! You can say Ghodse was a terrorist, why would you specify ‘Hindu’ ? Is it because you were in a Muslim dominated area looking for votes? @ikamalhaasan https://t.co/Hu3zxJjYNb
— Vivek Anand Oberoi (@vivekoberoi) May 13, 2019
ओबरॉय ने एक और ट्वीट कर लिखा,”एक छोटे से कलाकार का एक महान कलाकार को जवाब है, इस देश को बांटे नहीं, हम सब एक हैं. जय हिंद.”
Please sir, from a much smaller artist to a great one, let’s not divide this country, we are one 🙏 Jai Hind 🇮🇳 #AkhandBharat #UnDividedIndia
— Vivek Anand Oberoi (@vivekoberoi) May 13, 2019
नवंबर 2017 में, तमिल मेगा-स्टार ने तब विवाद खड़ा कर दिया था, जब उन्होंने भाजपा को ललकारते हुए कहा था कि दक्षिणपंथी समूह उग्रवाद से संक्रमित है.
ALSO READ: सुप्रीम कोर्ट ने रमजान के दौरान मतदान जल्दी कराने की याचिका की खारिज
इस साल की शुरुआत में, कमल हासन ने केरल में सबरीमाला मंदिर मुद्दे को लेकर व्यापक विरोध प्रदर्शनों के लिए दक्षिणपंथी समूहों को ही ज़िम्मेदार ठहराया था.
अभिनेता ने फरवरी 2018 में अपनी पार्टी लॉन्च की थी और तमिलनाडु की सभी 39 लोकसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े किए.