नई दिल्ली: पीएम नरेंद्र मोदी की अगुवाई में भारत सरकार को एक बार फिर बड़ी जीत मिली है. पीएम मोदी की अगवाही में कतर ने सोमवार को उन 8 पूर्व भारतीय नौसेना कर्मियों को रिहा कर दिया है, जिन्हें कथित तौर पर जासूसी के आरोप में बीते दिनों कतर की अदालत से मौत की सजा सुनाई गई थी.
Getting our sailors back from Qatar is a big victory for India’s proactive people centric diplomacy led by PM @narendramodi. Given the complexity of the issues wasn’t an easy operation but credit to India’s diplomatic and strategic outreach @DrSJaishankar @MEAIndia
It… https://t.co/qyNtt7W7aU— Saurabh Shukla सौरभ शुक्ल (@isaurabhshukla) February 12, 2024
बताया जाता है कि पिछले साल 1 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कतर के अमीर तमीम बिन हमद के बीच दुबई में हुई बैठक ने इन पूर्व नौसैनिकों की रिहाई की जमीन तैयार कर दी थी. इन 8 पूर्व नौसैनिकों में से 7 सोमवार को स्वदेश लौट आए और उन सभी ने कहा कि कतर के साथ मुद्दे पर मोदी के हस्तक्षेप के बिना यह संभव नहीं था.
क़तर के अमीर के आदेश पर भारतीयों की रिहाई हुई है.आठों भारतीयों को पहले मौत की सज़ा दी गई थी. एक अपील के बाद मौत की सज़ा बदल कर 5 से 25 साल तक की क़ैद की सज़ा दी गई थी. दूसरी अपील पर सुनवायी चल रही थी. इस बीच अमीर के आदेश पर रिहाई हो गई. सात भारतीय देश लौट गए हैं. भारत ने क़तर के अमीर का शुक्रिया किया है.
बता दें कि, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने दुबई में COP28 शिखर सम्मेलन के मौके पर कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल-थानी से मुलाकात की थी और द्विपक्षीय साझेदारी और कतर में रहने वाले “भारतीय समुदाय की भलाई” पर चर्चा की थी. पीएम मोदी 1 दिसंबर 2023 को COP28 शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए पहुंचे थे.