कोलकाता: मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एसएससी घोटाले के सिलसिले में प्रवर्तन निदेशालय द्वारा गिरफ्तार किए गए मंत्री पार्थ चटर्जी को बर्खास्त कर दिया है.
ममता बनर्जी ने विभागों के प्रमुखों को लिखे एक पत्र में कहा कि मंत्री पार्थ चटर्जी को 28 जुलाई से “प्रभारी मंत्री के रूप में अपने कर्तव्यों से मुक्त” किया गया है.
इससे पहले ईडी ने मंत्री की कथित करीबी सहयोगी अर्पिता मुखर्जी के परिसरों से विभिन्न स्थानों से करीब 50 करोड़ रुपये नकद बरामद किए थे. ईडी ने आगे मंत्री को हिरासत में ले लिया और मामले में जांच और छापेमारी जारी है.
इससे पहले, ममता बनर्जी ने एक बयान में कहा था कि “अगर कोई गलत गतिविधियों में शामिल रहा है, तो हममें से कोई भी हस्तक्षेप नहीं करेगा चाहे वह कितना भी कठोर फैसला क्यों न ले ले. हम उनका समर्थन नहीं करेंगे.”
उन्होंने आगे कहा कि एक निश्चित समय सीमा के भीतर सच्चाई के आधार पर फैसला दिया जाना चाहिए और अगर कोई दोषी पाया जाता है तो “मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता अगर उन्हें आजीवन कारावास की सजा दी जाती है.”