असम में बारिश से आयी बाढ़, आम जन-जीवन प्रभावित, पानी में डूबे कई गांव
देश के पूर्वोत्तर राज्य असम में पिछले कई दिनों से भारी बारिश हो रही है। जिसके चलते राज्य में बाढ़ से हालात हो गए है। स्थिति इतनी गंभीर हैं कि आम जन-जीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है। बाढ़ से न केवल आम इंसानों को भारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है बल्कि जानवर भी इसके केहर से झूझ रहे हैं। सोशल मीडिया पर एक असम के नलबाड़ी जिले में आयी बाढ़ का वीडियो शेयर हो रहा है। इसमें देखा जा सकता है कि किस तरह स्थानीय लोगों को वहां दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
#WATCH असम: नलबाड़ी जिले में बाढ़ की वजह से नदी उफान पर है। बाढ़ के चलते स्थानीय लोगों को भी दिक्क़तों का सामना करना पड़ रहा है। pic.twitter.com/eEx6zB9f9h
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 22, 2023
असम के बजाली, बक्सा, बारपेटा, बिस्वनाथ, चिरांग, दरांग, धेमाजी, धुबरी, डिब्रूगढ़, गोलाघाट, होजाई, कामरूप, कोकराझार, लखीमपुर, नागांव, नलबाड़ी, सोनितपुर, तामुलपुर, उदलगुरी जिलों के 45 राजस्व गांवों के अंतर्गत 100 से अधिक गांव बाढ़ की चपेट में आए हुए हैं और बजाली, दरांग, कामरूप (मेट्रो) , कोकराझार और नलबाड़ी जिलों में शहरी बाढ़ की भी सूचना मिली है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) की दैनिक बाढ़ रिपोर्ट के मुताबिक, बक्सा, बरपेटा, दरांग, धेमाजी, धुब्री, कोकराझार, लखीमपुर, नलबाड़ी, सोनितपुर और उदलगिरी जिलों में बाढ़ की वजह से 1,19,800 लोग प्रभावित हैं। बक्सा में 26500 और लखीमपुर में 25000 से ज्यादा लोग बाढ़ से प्रभावित हैं।
प्रशासन पांच जिलों में 14 राहत शिविर संचालित कर रहा है जहां 2091 लोगों ने शरण ली हुई है और यह पांच जिलों में 17 राहत वितरण केंद्र भी चला रहा है। सेना, अर्धसैनिक बल, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, दमकल एवं आपात सेवा, नागरिक प्रशासन, एनजीओ और स्थानीय लोगों ने अलग-अलग स्थानों से 1280 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है।