Hindi Newsportal

फैक्ट चेक: हालिया दिनों का नहीं लगी फ्रांस के कैथेड्रल में आग, पुरानी तस्वीर हो रही है वायरल

0 1,010

फैक्ट चेक: हालिया दिनों में नहीं लगी फ्रांस के कैथेड्रल में आग, पुरानी तस्वीर हो रही है वायरल

कुछ दिन पहले फ्रांस में अल्‍जीरियाई मूल के एक 17 वर्षीय किशोर नाहेल एम की पेरिस के पास पुलिस के हाथों मौत हो गयी थी, जिसके बाद पूरा देश में हिंसक प्रदर्शन शुरू हो गए। फ्रांस के कई शहरों में गृहयुद्ध जैसे हालात हो गए हैं। प्रदर्शनकारियों ने सैकड़ों गाड़ि‍यों को जला दिया है। यह हिंसक प्रदर्शन यूरोप के कई और देशों में भी फैल गया है। बताया जा रहा है कि यह हिंसक प्रदर्शन फ़्रांस के शरणार्थियों द्वारा किया जा रही हैं

इन्हीं हिंसक प्रदर्शन को लेकर इन दिनों सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो एक चर्च का है, जिससे आग की लपटे निकल रही हैं। इसी वीडियो को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि फ्रांस में शरणार्थियों ने चर्च में आग लगा दी है।

फेसबुक पर यूजर वायरल वीडियो को शेयर कर लिखते हैं कि ‘फ्रांस ने भी मोहब्बत की दुकान खोली थी चमचों हाल खुद ही देख लो…’

फेसबुक के वायरल वीडियो का लिंक यहाँ देखें।  वायरल वीडियो को ट्विटर पर भी खूब शेयर किया जा रहा है। ट्विटर के वायरल पोस्ट का लिंक यहाँ देखें।

फैक्ट चेक:

न्यूज़मोबाइल की पड़ताल में हमने जाना कि वायरल वीडियो हालिया दिनों का नहीं बल्कि एक साल पुराना है।

वायरल वीडियो की सच्चाई जानने के लिए हमने पड़ताल की। पड़ताल के दौरान हमने सबसे पहले वायरल वीडियो को कुछ कीफ्रेम्स में बदला और फिर गूगल पर रिवर्स इमेज सर्च टूल के माध्यम से खोजना शुरू किया। इस दौरान हमें वायरल वीडियो वाली तस्वीर telesur Hd नामक वेबसाइट के पर जिसे जुलाई 18, 2020 को छपे एक लेख में मिली।

उपरोक्त प्राप्त लेख के मुताबिक साल 2020 में पश्चिमी फ्रांस के नैनटेस शहर में स्थित सेंट पीटर और सेंट पॉल के एक चर्च कैथेड्रल में शनिवार आग लग गई थी। लेख के मुताबिक यह आग ‘पूर्व नियोजित’ थी जिसकी जांच की जा रही है। लेख में कुछ लगी आग का एक वीडियो भी अपलोड किया गया था।

 

उपरोक्त प्राप्त लेख के मुताबिक हमने गूगल पर और बारीकी से खोजना शुरू किया। जिसके बाद हमें वायरल तस्वीर aciafrica.org नामक वेबसाइट पर प्रकाशित एक लेख में मिली, जिसे जुलाई 26, 2020 को अपलोड किया गया था।

लेख के मुताबिक चर्च के एक स्वयंसेवक ने नैनटेस कैथेड्रल में आग लगाने की बात स्वीकार कर ली है और शनिवार को उस पर आगजनी का आरोप लगाया गया। लेख में बताया गया है कि एक 39 वर्षीय रवांडा शरणार्थी – जिसे 18 जुलाई को गॉथिक कैथेड्रल में आग लगने के तुरंत बाद पुलिस ने हिरासत में लिया था और रिहा कर दिया था – उसको फिर से गिरफ्तार कर लिया गया।

पड़ताल के दौरान उपरोक्त मिले तथ्यों से हमने जाना कि चर्च में लगी आगे के वायरल वीडियो और तस्वीरें हालिया दिनों की नहीं, यह आग साल 2020 के दौरान लगी थी।

You might also like

Leave A Reply

Your email address will not be published.