इजराइल-हमास में जंग को एक महीने से ज्यादा का समय हो गया है। हमास और इज़राइल के बीच संघर्ष में करीब दस हज़ार फ़िलिस्तीनी मारे जा चुके है। इनसब के बीच सोशल मीडिया पे एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमे कफन में ढके कई शवों को कतार से लगे देखा जा सकता है।
उनके सामने बच्चों की तस्वीरें रखी हुई हैं। इसे शेयर करते हुए लोगो ने दावा किया की ये गाजा में इजराइल द्वारा मारे गए फिलिस्तीनियों के शव हैं।
एक फेसबुक यूजर ने इसे शेयर करते हुए लिखा, “पृथ्वी के इतिहास में ऐसा कभी नहीं हुआ जब पूरी आबादी को ख़त्म करना स्वीकार्य हो – 2023 में क्यों? फिलिस्तीनी क्यों?”
फेसबुक के वायरल पोस्ट का लिंक यहाँ देखें।
इसे फेसबुक और ट्विटर पर काफी शेयर किया गया।
फैक्ट चेक
न्यूज़मोबाइल की पड़ताल में हमने जाना कि वायरल दावा गलत है। दरअसल ये वीडियो वाशिंगटन में फ़िलिस्तीन के समर्थक में हुए विरोध प्रदर्शन के हैं।
वायरल वीडियो के साथ शेयर हो रहे दावे की सच्चाई जानने के लिए हमने पड़ताल की। सबसे पहले हमने कीवर्ड सर्च टूल के माध्यम से खोजना शरू किया। खोज के दौरान हमें एपी न्यूज की 5 नवंबर 2023 की एक रिपोर्ट मिली जिसमें वायरल वीडियो से मिलता जुलता दृश्य देखा जा सकता है। रिपोर्ट के मुताबिक हजारों फिलिस्तीन समर्थक प्रदर्शनकारियों ने गाजा में तत्काल युद्धविराम की मांग करते हुए 4 नवंबर को वाशिंगटन डी.सी. में फ्रीडम प्लाजा तक मार्च किया था। “इजरायली मिसाइलों से मारे गए बच्चों के नाम वाले दर्जनों छोटे सफेद बॉडी बैग सड़क पर फैले हुए थे और प्रदर्शनकारियों ने तत्काल युद्धविराम की मांग करते हुए तख्तियां ले रखी थीं।” इसके अलावा गाजा में मारे गए लोगों के शवों का प्रतिनिधित्व करने वाली सफेद बोरियां रखी थीं।
इसके अलावा हमें गेटी इमेजेज पर वायरल वीडियो से मिलती जुलती तस्वीर मिली जिन्हें फोटो जर्नलिस्ट प्रोबल रशीद ने क्लिक किया था। फोटो कैप्शन से संकेत मिलता है कि तस्वीरें 4 नवंबर को वाशिंगटन में फिलिस्तीन समर्थक विरोध प्रदर्शन में क्लिक की गई थीं, जहां प्रदर्शनकारियों ने इज़राइल-हमास युद्ध की मानवीय लागत का प्रतिनिधित्व करने के लिए प्रतीकात्मक बॉडी बैग का इस्तेमाल किया था। कैप्शन में लिखा था, “वाशिंगटन, डीसी में इज़राइल और हमास के बीच युद्धविराम का आह्वान करते हुए, वाशिंगटन: फ्री फ़िलिस्तीन पर राष्ट्रीय मार्च में शामिल होने के दौरान एक प्रदर्शनकारी प्रतीकात्मक बॉडी बैग के सामने बैठता है। इजरायल के प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा है कि जब तक हमास द्वारा बंधक बनाए गए सभी बंधकों को रिहा नहीं किया जाता तब तक गाजा पट्टी में कोई युद्धविराम या शत्रुता में विराम नहीं होगा।”
इसके बाद हमने वायरल वीडियो की तुलना गेटी इमेजेज से की जिसमे की समानता को साफ़ साफ़ देखा जा सकता है।
पड़ताल के दौरान मिले तथ्यों से हमें पता चला कि वायरल वीडियो वाशिंगटन में फ़िलिस्तीन के समर्थक में हुएविरोध प्रदर्शन के हैं। वीडियो गाजा में इजराइल द्वारा मारे गए फिलिस्तीनियों के शव नहीं दिखता।