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UPA में भी हुईं थी सर्जिकल स्ट्राइक, मोदी जी ने वीडियो गेम बताकर किया सेना का अपमान, मांगें माफ़ी: राहुल गांधी

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कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार सुबह दिल्ली में प्रेस कांफ्रेंस कर पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि चुनाव के चार चरण समाप्त हो चुके हैं और यह साफ़ हो गया है कि मोदी इस बार हारने वाले हैं.

गांधी ने कहा कि बेरोज़गारी और भ्रष्टाचार इस समय देश की सबसे बड़ी परेशानी है और मोदी सरकार ने इन दोनों ही क्षेत्र में कोई काम नहीं किया. मोदी सरकार के दो करोड़ रोज़गार देने के वादे पर कटाक्ष करते हुए गांधी ने कहा कि मोदी सरकार अपने वादे पर खरी नहीं उतरी और बेरोज़गारी पिछले 45 सालों के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच चुकी है.

बेरोज़गारी पर अपनी पार्टी का एजेंडा सामने रखते हुए गांधी ने कहा कि हम मोदी सरकार की तरह दो करोड़ रोज़गार देने का वादा नहीं करेंगे, लेकिन एक साल में 22 लाख युवाओं को रोज़गार दिलाने का वादा कांग्रेस सरकार का है.

पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए गांधी ने कहा कि वे बेरोज़गारी के मुद्दे पर इसलिए बात नहीं करते क्योंकि इसे लेकर उनके पास कोई ठोस योजना नहीं है.

मोदी सरकार का कांग्रेस पर सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर झूठ बोलने के आरोप पर जवाब देते हुए गांधी बोले कि सर्जिकल स्ट्राइक उनकी सरकार ने भी की थी लेकिन उसकी जानकारी उन्होंने सुरक्षा कारणों के कारण सार्वजानिक नहीं की.

वहीं मोदी सरकार पर उन्होंने सेना को अपनी निजी अमानत समझने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि भारतीय सेना मोदी जी की पर्सनल प्रॉपर्टी नहीं है. सेना द्वारा की गयी सर्जिकल स्ट्राइक को वीडियो गेम बताकर वे सेना का अपमान कर रहे हैं. इसके लिए उन्हें सेना से माफ़ी मांगनी चाहिए.

संवाददाताओं द्वारा राफेल मुद्दे पर उन्हें जारी किये गए सुप्रीम कोर्ट के नोटिस को लेकर सवाल पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के प्रोसेस पर सवाल उठाये, इसके लिए उन्होंने माफ़ी मांग ली थी, लेकिन उन्होंने केवल सुप्रीम कोर्ट से माफ़ी मांगी थी, पीएम मोदी या भाजपा से नहीं.

राहुल गांधी ने चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल उठाते हुए कहा कि आयोग सरकार और विपक्ष की ओर अलग-अलग रुख अपनाता है. उन्होंने आगे कहा कि मोदी सरकार संस्थानों पर दबाव बनती है और चुनाव आयोग पर भी यही असर हमें दिख रहा है.

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