सप्ताहांत में अमेरिका-ईरान संघर्ष के बढ़ने के बाद बढ़ते भू-राजनीतिक तनाव के कारण भारतीय शेयर बाजार सोमवार को कमजोर रुख के साथ खुले. शुरुआती कारोबारी सत्र में दोनों बेंचमार्क सूचकांकों में भारी बिकवाली का दबाव देखने को मिला.
सोमवार सुबह भारतीय शेयर बाजार की शुरुआत झटके के साथ हुई. हफ्ते के पहले दिन प्री-ओपनिंग ट्रेडिंग में सेंसेक्स करीब 704 अंक यानी 0.85% गिरकर 81,704 पर आ गया, जबकि निफ्टी 172 अंक यानी 0.69% टूटकर 24,939 पर ट्रेड करता दिखा. हालांकि, शुरुआती कारोबार में बाजार थोड़ा संभलता नजर आया. आज के शुरुआती कारोबार में सुबह 9:18 बजे सेंसेक्स 582.45 अंक(0.71%) टूटकर 81,825.73 पर और निफ्टी 176.60 अंक (0.70%) गिरकर 24,935.80 के लेवल पर ट्रेड कर रहा था.
बैंकिंग और बाजार विशेषज्ञ अजय बग्गा ने एएनआई से कहा, “निवेशकों को खुद को याद दिलाना चाहिए कि भू-राजनीतिक संघर्ष ऐतिहासिक रूप से अच्छे खरीद अवसर प्रस्तुत करते हैं. और ऐसा ही मध्य पूर्व संघर्ष के लिए भी होगा. यह द्वितीय विश्व युद्ध नहीं है, कोई भी ऐसा नहीं चाहता. इस स्थिति में नकदी के पास अच्छा विकल्प है, और यदि बाजार नीचे की ओर प्रतिक्रिया करता है तो व्यवस्थित रूप से निवेश करने के लिए कुछ नकदी तैयार रखना अच्छा है.”
कमोडिटी बाजार में, ब्रेंट कच्चे तेल की कीमतों में शुरुआती सत्र में 1.4 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि हुई, जो 78.38 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गई. यह उछाल इस चिंता के बीच हुआ कि संघर्ष होर्मुज जलडमरूमध्य के माध्यम से तेल की आपूर्ति को बाधित कर सकता है, जो वैश्विक तेल परिवहन के लिए एक महत्वपूर्ण मार्ग है.
दरअसल, अमेरिका ने ईरान के न्यूक्लियर ठिकानों पर हमला कर दिया है और इस हमले में इजराइल भी शामिल रहा. इससे मिडिल ईस्ट में टेंशन और ज्यादा बढ़ गया है. यही वजह है कि सिर्फ भारतीय बाजार ही नहीं, बल्कि एशियाई बाजारों में भी भारी गिरावट देखी गई.
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