दिल्ली: भाजपा सांसद मनोज तिवारी भाजपा कार्यकर्ताओं और समर्थकों के साथ मंदिर मार्ग पुलिस स्टेशन से बाहर आए, जिन्हें AAP के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल के आवास के बाहर ‘पूर्वांचल सम्मान मार्च’ आयोजित करने के लिए पुलिस ने हिरासत में लिया था. भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने कहा, “अगर संजय सिंह में थोड़ी भी शर्म बची है तो उन्हें समझ लेना चाहिए कि उनके नेता उन्हें दोगला कह रहे हैं. क्या संजय सिंह दोगले हैं? क्या पूर्वांचल के AAP नेता दोगले हैं? उन्हें अरविंद केजरीवाल को जवाब देना चाहिए. मुझे इस पर कोई स्पष्टीकरण देने की जरूरत नहीं है…”
#WATCH दिल्ली: भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने कहा, “अगर संजय सिंह में थोड़ी भी शर्म बची है तो उन्हें समझ लेना चाहिए कि उनके नेता उन्हें दोगला कह रहे हैं। क्या संजय सिंह दोगले हैं? क्या पूर्वांचल के AAP नेता दोगले हैं? उन्हें अरविंद केजरीवाल को जवाब देना चाहिए। मुझे इस पर कोई… https://t.co/S4w24M0Q6R pic.twitter.com/ETjWAgExhg
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 10, 2025
गौरतलब है कि, दिल्ली के चुनावों के तारीख की घोषणा हो चुकी है. चुनाव आयोग द्वारा मतदान की तारीखों का ऐलान हो चुका है. 5 फरवरी को मतदान होगा और 8 फरवरी को चुनाव के रिजल्ट जारी होंगे. इस बीच पूर्वांचली वोटरों को लेकर भाजपा और आम आदमी पार्टी आमने-सामने आ चुकी है. ऐसे पूर्वांचल के लोगों के खिलाफ अरविंद केजरीवाल की टिप्पणी के विरोध में भाजपा कार्यकर्ता और समर्थक ने अशोक रोड से अरविंद केजरीवाल के आवास तक ‘पूर्वांचल सम्मान मार्च’ निकाला. अरविंद केजरीवाल के फिरोज शाह रोड स्थिति आवास के बाहर धरना प्रदर्शन किया. भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा किए जा रहे विरोध प्रदर्शन को लेकर अरविंद केजरीवाल ने कहा कि भाजपा धरना पार्टी बन गई है.
बता दें कि विरोध प्रदर्शन पर काबू पाने के लिए दिल्ली पुलिस ने भाजपा कार्यकर्ताओं पर वॉटर कैनन का इस्तेमाल किया. साथ ही दिल्ली पुलिस ने भाजपा कार्यकर्ताओं और समर्थकों को हिरासत में भी लिया है. बता दें कि दिल्ली में जब से चुनाव के तारीख की घोषणा हुई है, तभी से ही चुनावी सरगर्मी बढ़ी हुई है. ऐसे में बीते दिनों आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह ने बयान देते हुए कहा था कि पूर्वांचल के लोगों का वोट वोटर लिस्ट से भाजपा कटवा रही है. वहीं अरविंद केजरीवाल द्वारा भी इसपर टिप्पणी की गई थी. ऐसे में लगातार बयानबाजी की जा रही है. बता दें कि दिल्ली में पूर्वांचल का एक बड़ा तबका है जो दिल्ली में सरकार बनाने में अहम भूमिका निभाता है.