आंध्र प्रदेश: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने शुक्रवार को श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से लघु उपग्रह प्रक्षेपण यान- एसएसएलवी-डी2 लॉन्च किया.
🔲 #WATCH इसरो ने नया रॉकेट SSLV-D2 सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से लॉन्च किया।
(सोर्स: ISRO) pic.twitter.com/J7JWCTmGSh
— NewsMobile Samachar (@NewsMobileHindi) February 10, 2023
प्रक्षेपण ने इसरो के पृथ्वी अवलोकन उपग्रह EOS-07 और दो सह-यात्री उपग्रहों Janus-1 और AzaadiSAT-2 को पृथ्वी के चारों ओर 450 किमी की गोलाकार कक्षा में स्थापित कर दिया है.
- पृथ्वी की निचली कक्षाओं में 500 किलो तक प्रक्षेपण कर सकता है, कम लागत वाला है
- SSLV D-2 की 34 मीटर लंबाई है, 2 मीटर व्यास है, 120 टन वज़न वाला लॉन्च व्हीकल है
- रॉकेट में 3 सॉलिड प्रोपल्शन स्टेज, वेलोसिटी टर्मिनल मॉड्यूल भी हैं
- SSLV की पहली परीक्षण उड़ान पिछले साल 9 अगस्त को हुई थी, आंशिक रूप से ये विफल रहा था.
इसरो के अनुसार, एसएसएलवी-डी2 की दूसरी विकास उड़ान श्रीहरिकोटा में एसडीएससी शार के पहले लॉन्च पैड से 09:18 घंटे आईएसटी पर निर्धारित की गई थी. SSLV-D2 का उद्देश्य अपनी 15 मिनट की उड़ान में EOS-07, Janus-1 और AzaadiSAT-2 उपग्रहों को 450 किमी की गोलाकार कक्षा में इंजेक्ट करना है.
लॉन्च के तुरंत बाद, मिशन निदेशक, इसरो विनोथ ने कहा, “जनस 1 उपग्रह अलग हो गया. एसएसएलवी डी2 मिशन पूरा हुआ.”