गुजरात में भारी बारिश से बाढ़ जैसी स्थिति, कई जिलों में स्कूल-कॉलेज बंद, IMD ने जारी किया रेड अलर्ट
गुजरात में मानसूनी बारिश का कहर जारी है। पिछले कई दिनों से राज्य में जोरदार बारिश हो रही है जिससे कई जिलों में बाढ़ जैसी स्थिति बन गयी हैं जिससे आम जनजीवन प्रभावित हुआ। वहीं 2 दिनों में बाढ़ से 15 लोगों की मौत की भी खबर सामने आयी है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक अब तक 23 हजार लोगों को बाढ़ वाले क्षत्रों से सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया है। 1 नेशनल हाईवे, 34 स्टेट हाईवे, 636 अन्य सड़कें और 30 ट्रेनें भी रद्द कर दी गई हैं।
#WATCH वडोदरा, गुजरात: भारी बारिश के कारण शहर के कई हिस्सों में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हुई। आम जनजीवन प्रभावित हुआ। pic.twitter.com/N9l4ommV5m
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 28, 2024
प्राप्त जानकारी के मुताबिक राजकोट, आणंद, मोरबी, खेड़ा, वडोडरा और द्वारका में सेना को तैनात किया गया है। सेना NDRF ने मिलकर 23 हजार लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया है। वहीं अहमदाबाद, राजकोट, बोटाद, आणंद, खेड़ा, महिसागर, कराच और मोरबी जिलों के प्राइमरी-सेकेंडरी स्कूलों और कॉलेजों की छुट्टी कर दी है। मौसम विभाग ने बुधवार और गुरुवार को गुजरात के सौराष्ट्र-कच्छ में बेहद भारी बारिश का अनुमान जताया है।
28 अगस्त का दिन भी गुजरात के लिए भारी है। IMD ने अभी भी सौराष्ट्र और कच्छ के लिए सबसे बड़ा, मतलब रेड अलर्ट जारी किया है। वहीं गुजरात के कुछ और हिस्सों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
मौसम विभाग ने गुजरात में 3 दिन तक बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। यहां 40-60 किमी/घंटे की रफ्तार से हवा भी चल सकती है। इसके अलावा कई जिलों में बिजली गिरने का भी अलर्ट है। सरकार ने लोगों से कहा है कि घरों से बाहर निकलते समय सावधानी बरतें।
वहीं गुजरात में बाढ़ जैसे हालातों को लेकर राज्य के सीएम भूपेंद्र पटेल ने ट्वीट कर बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनसे गुजरात की स्थिति को लेकर बात की है। उन्होंने लिखा कि “पीएम नरेंद्र मोदी ने गुजरात में भारी बारिश की स्थिति के बारे में मुझसे टेलीफोन पर बात की और राहत और बचाव कार्यों की जानकारी ली। उन्होंने नागरिकों के जीवन और पशुधन की सुरक्षा पर मार्गदर्शन प्रदान किया। साथ ही, गुजरात को केंद्र सरकार की ओर से सभी आवश्यक सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया। प्रधानमंत्री लगातार गुजरात की चिंता कर स्थिति की निगरानी कर रहे हैं। गुजरात के लोगों के लिए उनके दिल में गहरा स्नेह है। प्राकृतिक आपदाओं के दौरान और जब भी जरूरत होती है, वे हमेशा गुजरात और गुजरात के लोगों के साथ खड़े रहते हैं और अमूल्य मार्गदर्शन प्रदान करते हैं।”