बिहार की मशहूर लोकगायिका और “बिहार कोकिला” के नाम से मशहूर शारदा सिन्हा अब इस दुनिया में नहीं हैं. शारदा सिंहा का 5 नवंबर को रात करीब 9 बजकर 20 मिनट पर निधन हो गया. उनकी मौत की खबर छठ महापर्व के पहले दिन आई जिससे पूरा बिहार शोक में डूब गया. वहीं अब मशहूर शारदा सिन्हा का अंतिम संस्कार पटना के गुलबी घाट पर किया जाएगा.
शारदा सिंहा के बेटे अंशुमन सिन्हा ने उनके निधन की सूचना सोशल मीडिया के माध्यम से दी. बेटे ने बताया कि शारदा सिन्हा का अंतिम संस्कार पटना के गुलबी घाट पर किया जाएगा, माता जी का अंतिम संस्कार ठीक उसी स्थान पर किया जाएगा जहां करीब एक महीने पहले उनके पिता का अंतिम संस्कार हुआ था.
शारदा सिन्हा का पार्थिव शरीर सुबह 9:40 की फ्लाइट से दिल्ली से पटना लाया जाएगा. यहां कुछ समय के लिए उनके आवास पर रखा जाएगा ताकि उनके चाहने वाले उन्हें आखिरी बार श्रद्धांजलि दे सकें. इसके बाद उनकी अंतिम यात्रा गुलबी घाट के लिए निकाली जाएगी, जहां उनके जीवन का अंतिम संस्कार होगा.
बता दें कि एक महीने में अंशुमान ने अपने माता-पिता दोनों को खो दिया. महज एक महीने में दोनों को खोना अंशुमान के लिए बहुत ही पीड़ादायक है.
वहीं मंगलवार को शारदा सिन्हा के निधन की खबर के बाद पीएम मोदी ने ट्वीट कर शोक व्यक्त किया.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर शारदा सिंह के साथ अपनी एक तस्वीर को साझा करते हुए लिखा, “सुप्रसिद्ध लोक गायिका शारदा सिन्हा जी के निधन से अत्यंत दुख हुआ है. उनके गाए मैखिली और भोजपुरी के लोकगीत पिछले कई दशकों से बेहद लोकप्रीय रहे हैं. आस्था के महापर्व छठ से जुड़े उनके सुमधुर गीतों की गूंज भी सदैव बनी रहेगी. उनका जाना संगीत जगत के लिए एक अपूरणीय क्षति है. शोक की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिजनों और प्रशंसकों के साथ हैं.”