फैक्ट चेक: नमाज़ अता करते बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव का वीडियो हालिया दिनों का नहीं, जानिए पूरा सच
देश में इन दिनों नवरात्री और रमजान मनाया जा रहा है। ऐसे में हिन्दू समाज से जुड़े लोग नवरात्री के व्रत रखकर और माँ दुर्गा के नौ रूपों की पूजा कर नवरात्री मना रहे हैं वहीं मुस्लिम समुदाय से जुड़े लोग रोजा रखकर और नमाज़ अता कर रमजान मना रहे हैं। इसी बीच सोशल मीडिया पर बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव का एक वीडियो वायरल हो रहा है। वीडियो में तेजस्वी यादव को मुस्लिम समुदाय की टोपी पहनकर नामज अता करते हुए देखा जा सकता है। इसी वीडियो को इन दिनों शेयर कर दावा किया जा रहा है कि नवरात्री के दिनों में तेजस्वी नामज पढ़कर रमजान मना रहे हैं।
फेसबुक पर वायरल वीडियो को हिंदी भाषा के कैप्शन के साथ शेयर कर लिखा गया है कि,’ बिहार के सभी हिंदुओं को इन पर बहुत गर्व होगा..बिहारी दूसरे राज्यों में मजदूरों की तरह धूप में काम करते हैं और अपने राज्य की सत्ता एक भ्रष्ट MC लालू के मूर्ख लड़कों को सौंप देते हैं….यही है बिहारियों के पतन का कारण, जब तक इसके जैसा चोर नेता रहेगा ,बिहार और बिहारी कभी भी तरक्की नही कर सकते है हमेशा मजदूर बन कर ही रहेंगे रमजान के महीने में तमाम नेता गोल टोपी पहने इफ्तारी करते दिखेंगे। मगर नवरात्रि में 9 दिन व्रत रख के पूजा करते सिर्फ मोदी योगी ही मिलेंगे
फेसबुक के वायरल पोस्ट का लिंक यहाँ देखें।
फैक्ट चेक:
न्यूज़मोबाइल की पड़ताल में हमने जाना कि वायरल वीडियो हालिया दिनों का नहीं बल्कि साल 2022 के दौरान का है।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो की सच्चाई जानने के लिए हमने पड़ताल की। सबसे पहले हमने वीडियो को कुछ कीफ्रेम्स में तोड़ा और फिर गूगल पर रिवर्स इमेज सर्च टूल के माध्यम से खोजना शुरू किया। लेकिन इस दौरान हमें वायरल वीडियो से कोई उचित परिणाम नहीं मिले। इसके बाद हमने गूगल पर कीफ्रेम के साथ-साथ कुछ संबंधित कीवर्ड्स का भी इस्तेमाल किया।
जिसके बाद हमें वायरल वीडियो से मेल खाती एक तस्वीर OneIndia.com नामक वेबसाइट पर प्रकाशित मिली। तस्वीर के साथ जानकारी दी गयी थी कि यह तस्वीर इफ्तार पार्टी के दौरान की है।
वायरल वीडियो और प्राप्त तस्वीर ही कार्यक्रम के दौरान की है इस बात की पुष्टि के लिए हमने वायरल वीडियो के एक कीफ्रेम और प्राप्त तस्वीर की तुलना की। तुलना करने पर हमें दोनों में ही कई समानताएं मिली, जैसे वायरल वायरल वीडियो में तेजस्वी यादव के साथ बैठे मौलवी प्राप्त तस्वीर में भी उन्हीं मौलवी को देखा जा सकता है, इसके साथ ही तेजस्वी यादव के पीछे बैठे व्यक्ति को प्राप्त तस्वीर में साफ तौर पर देखा जा सकता है। तुलना नीचे देखें।
तुलना करने पर यह स्पष्ट हो गया था कि प्राप्त तस्वीर और वायरल वीडियो एक ही कार्यक्रम के दौरान की है। अब वेबसाइट पर दी गयी जानकारी और कुछ संबंधित कीवर्ड्स की सहायता से हमने गूगल पर कुछ खोजना शुरू किया। जिसके बाद हमें अमर उजाला के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर इस इफ्तार पार्टी का एक वीडियो मिला, जिसे अप्रैल 22,2022 को अपलोड किया गया था।
प्राप्त वीडियो के कैप्शन में जानकारी दी गयी। राष्ट्रीय जनता दल ने राबड़ी देवी के आवास में दावत ए इफ्तार का आयोजन किया गया था। जब बिहार में JDU और BJP के गठबंधन वाली सरकार थी। बता दें कि इफ्तार में शामिल होने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लंबे समय के बाद राबड़ी देवी के आवास पहुंचे थे। इस दौरान मुख्यमंत्री के पास तेज प्रताप यादव पूरे कार्यक्रम में बैठे रहे।
इसके बाद हमें इस इफ्तार पार्टी को लेकर बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव द्वारा किया गया एक ट्वीट मिला। जिसे अप्रैल 23, 2022 को पोस्ट किया गया था। ट्वीट में वायरल वीडियो से मेल खाती हुई तस्वीर को भी अपलोड किया गया।
कल आवास पर आयोजित दावत-ए-इफ़्तार में आए सभी मेहमानों और रोजेदारों का तहेदिल से शुक्रिया। हमारा सुबा बिहार हमेशा से देश में भाईचारा,अमन और समाजी अख़लाक का मिसाल रहा है। सभी मज़हबों के हज़ारों की तादाद में आए लोगों ने मोहब्बत और सामाजिक समरसता की बानगी पेश किया। pic.twitter.com/Ow6iJyxECv
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) April 23, 2022
पड़ताल के दौरान मिले तथ्यों से हमें पता चला कि वायरल वीडियो हालिया दिनों के नहीं बल्कि साल 2022 के दौरान का है। जब बिहार में JDU और BJP की गठबंधन वाली सरकार सत्ता में थी। साथ ही यह वीडियो इफ्तार पार्टी के दौरान है जो साल 2022 के दौरान बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आवास पर आयोजित की गयी थी।