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फैक्ट चेक: दिल्ली में हुई युवक की हत्या के मामले में नहीं है कोई सांप्रदायिक रंग, फर्जी दावे के साथ वायरल हुआ वीडियो, आपसी विवाद का है मामला

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फैक्ट चेक: दिल्ली में हुई युवक की हत्या के मामले में नहीं है कोई सांप्रदायिक रंग, फर्जी दावे के साथ वायरल हुआ वीडियो, आपसी विवाद का है मामला

 

दिल्ली में शिवा गुर्जर नामक युवक की हुई हत्या के मामले को लेकर सोशल मीडिया पर एक पोस्ट खूब वायरल हो रही है। पोस्ट में एक वीडियो और एक युवक की तस्वीर शेयर कर दावा किया जा रहा है कि युवक की तस्वीर शिवा गुर्जर की है और वीडियो उस घटना का जब शिवा की हत्या की गयी थी। वीडियो में रोड की एक तरफ पुलिस पोशाक में खड़े हुए व्यक्ति को देखा जा सकता है, वहीं रोड के दूसरी तरफ जमीन पर बैठा एक आदमी चीखते हुए नजर आ रहा है। इंटरनेट पर इसी वीडियो के माध्यम से दावा किया जा रहा कि कुछ विशेष समुदाय के लोगों ने शिवा गुर्जर की  निर्मम तरीके से हत्या कर दी।

फेसबुक पर यह पोस्ट शेयर कर लिखा गया है कि,’ आज शिवा था कल आप का नम्बर है। #एक_और_हिंदू दिल्ली में शिवा गुर्जर को 78 बार चाकू घोप कर मार डाला शांतिदूतों ने पुलिस सामने खड़ी देखती रही सांसे चल रही थीं एंबुलेंस भी आ गईं थीं जब तक तड़प तड़प कर मर नही गया, तब तक अस्पताल नही ले जानें दिया। पूरा मर्डर जेहादी तरीके से किया गया। हम सब हर बार की तरह हो हुलड कर के रह जाएंगे। आज शिवा था कल आप का नम्बर हैं

वायरल पोस्ट का लिंक यहां देखें।

 

फैक्ट चेक:

न्यूज़मोबाइल की पड़ताल में हमने पाया कि फेसबुक पर शिवा गुर्जर की हत्या वाली खबर को फर्जी दावे के साथ शेयर की जा रही है। यह सत्य है कि शिवा गुर्जर की हत्या हुई थी, लेकिन इस मामले में सांप्रदायिक एंगल नहीं है।

 

क्या वाकई समुदाय विशेष के लोगों ने दिल्ली में शिवा गुर्जर की हत्या की? इस बात की सच्चाई जानने के लिए हमने तफ्तीश की। जहां सबसे पहले हमने उक्त मामले से संबंधित कुछ कीवर्ड्स से गूगल पर खोजा। इस दौरान हमें Times Now की वेबसाइट पर मामले से संबंधित एक रिपोर्ट मिली।

 

 

रिपोर्ट के मुताबिक शिवा अपने तीन दोस्तो के साथ 18 मार्च को 9:30 बजे नारायणा के PVR  काम्प्लेक्स गया था जहां उसका पान की दुकान में काम करने वाले लोगों से झगड़ा हो गया था। ये झगड़ा मोटरसाइकिल की मामूली टक्कर को लेकर हुआ था। इसी झगङे में पान की दुकान में काम करने वाले एक नाबालिग ने मृतक शिवा के सीने पर चाकू से हमला कर दिया जिसके बाद उसकी मौत हो गयी।

टाइम्स नाउ की रिपोर्ट में इस घटना पर पुलिस द्वारा गिरफ्तार लोगों के नामों का भी जिक्र किया गया है। जिसके मुताबिक हमलावरों के नाम धर्मेंद्र रॉय, सचिन रॉय, रामानुज और वकील। चूंकि एक हमलावर नाबालिग है इसलिए पुलिस ने उसकी पहचान नहीं बताई है।

हमलावरों के नामों की जानकारी के बाद हमने पाया कि यह मृतक और हत्या के मामले में गिरफ्तार हमलावर दोनों एक ही समुदाय से हैं। इसलिए पूर्णतः पुष्टि के लिए हमने गूगल पर और बारीकी से खंगाला। जहां हमने पाया कि इस मामले को लेकर दिल्ली पुलिस ने भी एक बयान जारी कर ट्वीट किया है।

ट्वीट के मुताबिक दिल्ली पुलिस ने वायरल दावों का खंडन करते हुए जानकारी दी है कि शिवा गुर्जर की हत्या के मामले में कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं है। मृतक और हमलावर दोनों ही एक ही समुदाय से हैं। पुलिस ने बताया कि यह घटना आपसी मारपीट का है।

 

उक्त पोस्ट की जांच के दौरान मिले तथ्यों से पता चला कि शिवा गुर्जर की हत्या के मामले में कोई भी सांप्रदायिक एंगल नहीं है। वायरल पोस्ट फर्जी दावे के साथ सामाजिक सद्भाव को बिगाड़ने के प्रयास से शेयर की जा रही है।