दिल्ली: गैस चैंबर में तब्दील हो रही है राजधानी, 400 पहुंचा AQI
देश की राजधानी दिल्ली में दिन-प्रतिदिन हवा जहरीली होती जा रही है। लोगों को सांस लेने में मुश्किल हो रही है। शुक्रवार सुबह छह बजे दिल्ली के कई इलाकों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 400 से ऊपर दर्ज किया गया। इनमें आनंद विहार, अशोक विहार, बवाना, मुंडका, जहांगीरपुरी, वजीरपुर, पंजाबी बाग, रोहिणी, सोनिया विहार और पटपड़गंज शामिल हैं। पड़ोसी गाजियाबाद और गुरुग्राम में भी एक्यूआई ‘बहुत खराब’ श्रेणी में दर्ज किया गया।
#WATCH | Delhi | A layer of smog covers Mayur Vihar Phase I area amid poor air quality in the national capital|
Drone visuals shot at 7.30 am today pic.twitter.com/YoX2KiAYnZ
— ANI (@ANI) November 8, 2024
धुंध और प्रदूषण के कारण राजधानी के स्कूलों ने भी आउटडोर एक्टिविटी पर रोक लगा दी है। विद्यार्थियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए, स्कूल प्रशासन ने खेल कूद और शारीरिक गतिविधियों को स्थगित कर दिया है और बच्चों को क्लासरूम तक ही सीमित कर दिया है।
गौरतलब है कि इस गंभीर प्रदूषण से निपटने के लिए दिल्ली सरकार ने कई योजनाओं पर विचार करना शुरू कर दिया है, लेकिन प्रदूषण के स्तर में स्थायी सुधार के लिए तुरंत उपायों की आवश्यकता है। राजधानी में लगातार बिगड़ती वायु गुणवत्ता ने लोगों के कामकाज को प्रभावित कर दिया है और यह स्पष्ट है कि प्रदूषण पर काबू पाने के लिए तत्काल ठोस कदम उठाए जाने की आवश्यकता है।
इसके साथ ही केंद्र सरकार ने दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में खराब होती वायु गुणवत्ता के मद्देनजर फसल अवशेष जलाने वाले किसानों के लिए जुर्माने की राशि दोगुनी कर दी है. पांच एकड़ से अधिक कृषि भूमि वाले किसानों के लिए पराली जलाने पर अब जुर्माना राशि 30,000 रुपये तक हो गई है.अधिसूचना के अनुसार, दो एकड़ से कम भूमि वाले किसानों को अब पराली जलाने पर 2,500 रुपये की जगह 5,000 रुपये का जुर्माना देना होगा. वहीं दो से पांच एकड़ के बीच भूमि वाले किसानों पर 5,000 रुपये के बजाय 10,000 रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा.