नई दिल्ली: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने 4 साल बाद अपने अधूरे सपने को पूरा करने की उम्मीद से एक बार फिर से पृथ्वी के इकलौते उपग्रह चांद पर अपने तीसरे अभियान के तहत सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र, श्रीहरिकोटा से चंद्रयान-3 लॉन्च कर दिया है. ISRO वैज्ञानिकों ने प्रक्षेपण यान से उपग्रह के सफल पृथक्करण की घोषणा की. उपग्रह को अब चंद्रमा की यात्रा शुरू करने के लिए वांछित कक्षा में स्थापित कर दिया गया है.
#WATCH आंध्र प्रदेश: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र, श्रीहरिकोटा से चंद्रयान-3 लॉन्च किया। pic.twitter.com/Jvrfq2gT1c
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 14, 2023
चंद्रयान-3 एक लैंडर, एक रोवर और एक प्रोपल्शन मॉड्यूल से लैस है. इसका वजन करीब 3,900 किलोग्राम है.
चंद्रयान-3 आज दोपहर 2 बजकर 35 मिनट पर आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन स्पेस सेंटर से लांच किया गया. चंद्रयान-3 को LVM3-M4 रॉकेट से लॉन्च किया गया. बता दें कि इसी रॉकेट से स्पेस एजेंसी इसरो ने चंद्रयान-2 को लॉन्च किया था.
इससे पूर्व इसरो ने साल 2008 में चंद्रयान-1 और साल 2019 में चंद्रयान-2 को लॉन्च किया था. चंद्रयान-1 में सिर्फ ऑर्बिटर था. वहीं चंद्रयान-2 में ऑर्बिटर के साथ-साथ लैंडर और रोवर भी थे. जानकारी के लिए बता दें कि चंद्रयान-3 में ऑर्बिटर नहीं होगा, इसमें सिर्फ लैंडर और रोवर ही रहेंगे. साथ ही बता दें कि, इसरो ने इस बार भी लैंडर का नाम ‘विक्रम’ और रोवर का नाम ‘प्रज्ञान’ रखा है.