फैक्ट चेक: अश्लील हरकत करते पड़के गए प्रधानाचार्य की पिटाई का नहीं है यह वीडियो, जानें पूरा सच
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो में कुछ लोगों को एक शख्स की पिटाई करते हुए देखा जा सकता है। इसी वीडियो को सोशल मीडिया पर शेयर कर दावा किया जा रहा है कि वीडियो में लोगो से मार खाता यह शख्स कोई और नहीं बल्कि राजस्थान के चित्तौड़गढ़ के एक सरकारी स्कूल का वही प्रधानाचार्य जिसका अश्लील वीडियो वायरल हुआ था।
गौरतलब है कि राजस्थान के चित्तौड़गढ़ के एक सरकारी स्कूल के प्रधानाचार्य और टीचर का आपत्तिजनक वीडियो वायरल हुआ था, जिसके बाद उनको बर्खास्त कर दिया गया था। इसी के बाद से सोशल मीडिया पर यह वीडियो वायरल हो रहा है।
फेसबुक पर वायरल वीडियो को शेयर कर हिंदी भाषा के कैप्शन में लिखा गया है कि “प्रधानाचार्य जी कूट दिए गए मैडम प्रधानाचार्य को बचाते हुए नज़र आईं. मैडम भी कम थोड़ी है”
.फेसबुक के वायरल पोस्ट का लिंक यहाँ देखें।
फैक्ट चेक:
न्यूज़मोबाइल की पड़ताल में हमने जाना कि वायरल वीडियो प्रधानाचार्य का नहीं है।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा वीडियो सच्चाई जानने के लिए हमने पड़ताल की। सबसे पहले हमने वीडियो को कुछ कीफ्रेम्स में तोड़ा और फिर गूगल पर रिवर्स इमेज टूल के माध्यम से खोजना शुरू किया। खोज के दौरान हमें वायरल वीडियो के संबंध में न्यूज़ 18 की वेबसाइट पर सितंबर 21, 2024 को प्रकाशित एक खबर मिली।
लेख में वायरल वीडियो की जानकारी देते बताया गया है कि उक्त घटना हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर जिले के बिझड़ी बाजार की है। वहां पंजाब नंबर की गाड़ी से उतरे कुछ लोगों ने स्कूटी सवार युवकों से मारपीट कर दी। स्थानीय दुकानदारों के बीच बचाव करने पर मामला और बढ़ गया।
वायरल वीडियो की उपरोक्त मिली जानकारी की पुष्टि के लिए हमने गूगल पर और बारीकी से खोजना शुरू किया। खोज के दौरान हमें वायरल वीडियो अमर उजाला की वेबसाइट पर सितंबर 20, 2024 को छपे लेख में वायरल वीडियो मिला। यहाँ भी जानकारी दी गयी है कि वायरल वीडियो हिमाचल प्रदेश के हमीपुर जिले के बिझड़ी बाजार का है।
बता दें कि खोज के दौरान हमें ETV भारत की वेबसाइट पर जनवरी 21, 2025 को प्रकाशित एक लेख मिला। जहां बताया गया है कि राजस्थान की चित्तौड़गढ़ के एक सरकारी स्कूल में प्रिंसिपल अरविंद नाथ व्यास और शिक्षिका का आपत्तिजनक वीडियो वायरल हुआ था। जिसके बाद प्रिंसिपल और शिक्षिका को बर्खास्त कर दिया गया है। गौरतलब है कि यह मामला राजस्थान के चित्तौगढ़ का है।
पड़ताल के दौरान मिले तथ्यों से हमने जाना कि वायरल वीडियो हालिया दिनों का नहीं बल्कि साल सितंबर 2024 का है। साथ ही वीडियो में मार खाता शख्स अश्लील वीडियो के प्रधानाचार्य का नहीं।