सुनील गावस्कर ने अमेरिका के कई शहरों के दौरे, जिसका नाम “बैटिंग फॉर लाइफ” रखा गया है, से नई इनिंग्स की शुरुआत की इसमें भारत के क्रिकेटिंग दिग्गज के साथ दिल की बातें की जाएंगी.
इसके तहत बच्चों के लिए कांजिनेटल हार्ट डीफेक्ट्स (सीएचडी) के प्रति जागरूकता पैदा करना और इस साल भारत के 73वें स्वंतंत्रता दिवस के मौके पर पूरी तरह मुफ्त जीवन रक्षक हार्ट सर्जरी से “बच्चों को सीएचडी से पूरी तरह आजादी” दिलानी है।
मशहूर क्रिकेटर सुनील गावस्कर तथा हार्ट टू हार्ट फाउंडेशन (एचटूएच फाउंडेशन) के चेयरमैन द्वारा हाल में प्रायोजित 34 पेडियैट्रिक हार्ट सर्जरी के मरीजों के लिए सर्जरी प्रायोजित करने की घोषणा की थी। समाज के आर्थिक और सामाजिक रूप से पिचड़े वर्ग के बच्चों के लिए ये जीवनरक्षक सर्जरी साईं संजीवनी हॉस्पीटल्स में हुई। श्री गावस्कर ने कहा, “ये छोटे-छोटे बच्चे अपने हृदय को ठीक किए जाने का इंतजार कर रहे थे। पेडियैट्रिक कार्डियैक ट्रीटमेंट प्रत्येक बच्चे और अभिभावक की पहुंच में होनी चाहिए उनकी वित्तीय या सामाजिक स्थिति चाहे जो हो।
बच्चों के लिए परिष्कृत देखभाल की अनुपस्थिति का नतीजा यह है कि भारत में हर साल 250 बच्चो मर रहे हैं। भारत में हर साल करीब 300,000 बच्चों का जन्म सीएचडी के साथ होता है और यह त्रासद है कि इनमें से करीब 25% की मौत पहले जन्म दिन से पहले हो जाती है। महाराष्ट्र, छंत्तीसगढ़ और हरियाणा में साई संजीवनी हॉस्पीटल्स भारत का सबसे बड़ा सेवा प्रदाता है जिसने 2012 से अभी तक करीब 10,000 सर्जरी तथा कैथीटर का हस्तक्षेप देखा है।
साईं संजीवनी हॉस्पीटल्स के चेयरमैन श्री सी श्रीनिवास ने कहा, “भविष्य में देश को ज्यादा स्वस्थ बनाने के लिए केंद्र बच्चों के स्वास्थ्य से संबंधित पहल में निवेश के लिए प्रतिबद्ध है। इसके लिए यह उच्च गुणवत्ता वाले हेल्थकेयर की पेशकश करता है और यह सब पूरी तरह निशुल्क मुहैया कराया जाएगा। इसमें धर्म, जाति, राष्ट्रीयता और लिंग का कोई भेदभाव नहीं रहेगा।”
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ये निशुल्क हार्ट सरजरी, बचपन में सीएचडी का पता लगाने के लिए स्क्रीनिंग प्रोग्राम तथा गर्भवती मांओं के बेहतर पोषण से इसकी रोकथाम तथा सीएचडी का बनना रोकने के लिए अनुसंधान आदि इस पहल के भाग हैं जिसका मकसद भारत में सीएचडी से आजादी हासिल करना है।
एचटूएच फाउंडेशन के ट्रस्टी और डायरेक्टर श्री अरविन्द थियागराजन ने कहा, “अगले दो वर्ष में देश भर में 36,000 से ज्यादा बच्चे निशुल्क हार्ट सर्जरी के इंतजार में हैं। हम इस साल 5,000 निशुल्क हार्ट सर्जरी कराने के लक्ष्य पर काम कर रहे हैं और इसके बाद इसे हर साल बढ़ाते जाने की योजना है।” उन्होंने आगे कहा, इसपर होने वाला खर्च और अन्य मद के खर्च हर साल कई मिलियन डॉलर में होंगे।
इस आवश्यक सेवा की पूर्ति के लिए एचटूएच फाउंडेशन ने “फ्रीडम फ्रॉम सीएचडी” पहल की शुरुआत की। यह जागरूकता बढ़ाने और देश भर में होने वाली निशुल्क हार्ड सर्जरी में शामिल होने के लिए एक पहल है। इसके तहत, सबसे पहले कई शहरों के दौरे से शुरुआत की गई है और इसका नाम है “बैटिंग फॉर लाइन”। इसके तहत मशहूर क्रिकेटर सुनील गावस्कर से मन की बात की जाएगी, आयोजन में भाग लेने वालों के लिए वे स्मारक बल्लों पर दस्तखत करेंगे जो निशुल्क हार्ट सर्जरी के समर्थन में “बैट र लाइफ” करेंगे और वे हर किसी से इसमें भाग लेने के लिए आग्रह कर रहे हैं ताकि बच्चों को बचाया जा सके और राष्ट्र निर्माण किया जा सके।