एआईएनआरसी नेता एन रंगासामी (N. Rangaswamy) ने शुक्रवार यानी आज राज निवास में हुए एक संक्षिप्त समारोह में पुडुचेरी के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ग्रहण कर ली है। उपराज्यपाल तमिलिसाई सौंदराराजन ने रंगासामी को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। बता दे वह चौथी बार पुडुचेरी के मुख्यमंत्री बने हैं। एन रंगास्वामी पुडुचेरी की राजनीति के जाने पहचाने चेहरे हैं। गौरतलब है कि पुडुचेरी में एआईएनआरसी और भाजपा गठबंधन की सरकार बनी है।
शपथ ग्रहण के बाद पीएम ने दी बधाई।
I would like to congratulate Shri N.Rangasamy Ji on taking oath as Puducherry CM. Best wishes for the tenure ahead.
— Narendra Modi (@narendramodi) May 7, 2021
AINRC नेता एन. रंगासामी ने पुडुचेरी की 30 सदस्यीय विधानसभा में NDA को 16 सीटें मिलने के बाद सोमवार को सरकार के गठन का दावा किया था। अब वह NDA सरकार की अगुवाई करेंगे, जिसमें एआईएनआरसी और भारतीय जनता पार्टी शामिल हैं।
अगले कुछ दिनों में अन्य नेता ले सकते है शपथ।
एन रंगासामी ने आज अकेले ही शपथ ली है। फिलहाल किसी ने मंत्रीपद की शपथ नहीं ली है। अगले कुछ दिन में पुडुचेरी में मंत्री शपथ ले सकते हैं। 30 विधानसभा सीटों वाले पुडुचेरी में मुख्यमंत्री समेत छह मंत्री हो सकते हैं। इधर पुडुचेरी में इस बार एक उपमुख्यमंत्री बनाने की भी बात की जा रही है। ऐसा होता है तो यह पहली बार होगा जब पुडुचेरी में उपमुख्यमंत्री होगा।
इस चुनाव में किसको मिली कितनी सीटें।
एन रंगास्वामी की पार्टी एआईएनआरसी ने भाजपा के साथ मिलकर पुडुचेरी का चुनाव लड़ा था। जिसमें गठबंधन को बहुमत (16 सीटें) हासिल हुआ। विधानसभा चुनाव में एआईएनआरसी सबसे बड़ी पार्टी बनी है, जिसे 10 सीटों पर जीत मिली है। भाजपा को छह सीटे मिली हैं, वहीं पुडुचेरी में 6 निर्दलीय छह उम्मीदवार जीते हैं। विपक्ष में द्रमुक को छह और कांग्रेस को दो सीटों पर ही जीत हासिल हुई है।
जाने कौन है एन. रंगासामी ?
पेशे से वकील रहे एन. रंगासामी पुडुचेरी के मुख्यमंत्री 3 बार रह चुके हैं। अपनी पार्टी की शुरुआत करने से पहले वह कांग्रेस पार्टी के सीनियर मेंबर थे, लेकिन पार्टी के अंदरूनी कलह और फसाद के चलते 2008 में उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। 7 फरवरी 2011 को उन्होंने ऑल इंडिया एनआर कांग्रेस के नाम से अपनी खुद की पार्टी का गठन किया था और 2011 में विधानसभा का चुनाव लड़ा था। बता दे पुडुचेरी के इतिहास में वह पहले ऐसे व्यक्ति हैं जिन्होंने अपनी खुद की पार्टी बनाई और जीत कर मुख्यमंत्री बने। अब आज उन्होंने लगातार चौथी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है।