नई दिल्ली: मंगलवार को 5G स्पेक्ट्रम की नीलामी रिलायंस जियो, भारती एयरटेल, वोडाफोन आइडिया और गौतम अडानी के प्रमुख, अदानी समूह के साथ बोली लगाने की दौड़ में शुरू हुई.
नीलामी में रिलायंस जियो, भारती एयरटेल, वोडाफोन आइडिया और नए खिलाड़ी अडानी डाटा नेटवर्क ने हिस्सा लिया है. सरकार ने 5जी नेटवर्क के लिए 72 हजार मेगाहर्ट्ज के एयरवेव्स की नीलामी शुरू की है. कुल स्पेक्ट्रम की नीलामी के जरिये सरकार को 4.3 लाख करोड़ रुपये जुटाने का अनुमान है. पहली नीलामी से सरकार को करीब 1 लाख करोड़ रुपये मिलने की उम्मीद है.
कंपनी का शुरुआती निवेश
रिलायंस जियो ने 14,000 करोड़ रुपये लगाए हैं, जबकि भारती एयरटेल ने 5,500 करोड़ रुपये, वोडाफोन आइडिया ने 2,200 करोड़ रुपये और अदानी समूह ने 100 करोड़ रुपये का निवेश किया है.
नीलामी सुबह 10 बजे शुरू हुई और शाम छह बजे तक चलेगी. दूरसंचार विभाग (DoT) के सूत्रों के अनुसार, नीलामी की लंबाई रेडियो तरंगों की वास्तविक मांग और विभिन्न बोलीदाताओं द्वारा नियोजित रणनीति पर निर्भर करेगी.
नीलामी विभिन्न, निम्न (600 मेगाहर्ट्ज, 700 मेगाहर्ट्ज, 800 मेगाहर्ट्ज, 900 मेगाहर्ट्ज, 1800 मेगाहर्ट्ज, 2100 मेगाहर्ट्ज, 2300 मेगाहर्ट्ज), मध्य (3300 मेगाहर्ट्ज) और उच्च (26 गीगाहर्ट्ज़) आवृत्ति बैंड में स्पेक्ट्रम के लिए होगी.
दूरसंचार विभाग नीलामियों से ₹70,000 करोड़ से ₹1 लाख करोड़ के बीच कहीं भी उम्मीद कर रहा है, जो समकालीन उत्पादों और व्यावसायिक तरीकों को लाते हुए अल्ट्रा-हाई स्पीड को 4G से लगभग 10 गुना तेज कर सकता है.