दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में हाथरस गैंगरेप की पीड़िता ने बीते दिन दम तोड़ दिया था। जिसके बाद बीती रात पुलिस युवती का शव लेकर हाथरस जनपद के बुलगाड़ी गांव पहुंची जहाँ रात के 2.30 बजे पीड़िता का अंतिम संस्कार कर दिया गया। अब पीड़िता के अंतिम संस्कार को लेकर उत्तरप्रदेश पुलिस और प्रदेश सरकार पर कई सवाल उठ रहे है। प्रियंका गांधी वाड्रा, दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया समेत राहुल गाँधी ने तक रात 2.30 बजे हुए अंतिमसंस्कार पर सवाल उठाया है।
..अधिकार छीना और मृतका को सम्मान तक नहीं दिया।
घोर अमानवीयता। आपने अपराध रोका नहीं बल्कि अपराधियों की तरह व्यवहार किया।अत्याचार रोका नहीं, एक मासूम बच्ची और उसके परिवार पर दुगना अत्याचार किया।@myogiadityanath इस्तीफा दो। आपके शासन में न्याय नहीं, सिर्फ अन्याय का बोलबाला है।
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) September 30, 2020
उत्तर प्रदेश में कल रात पुलिस ने जिस तरह पीड़िता का अंतिम संस्कार किया वह भी बलात्कारी मानसिकता का ही प्रतीक है. सत्ता, जाति और वर्दी के अहंकार के आगे इंसानियत तार तार हो रही है.
— Manish Sisodia (@msisodia) September 30, 2020
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गाँधी ने तो इस अंतिमसंस्कार का वीडियो तक साझा किया है।
भारत की एक बेटी का रेप-क़त्ल किया जाता है, तथ्य दबाए जाते हैं और अन्त में उसके परिवार से अंतिम संस्कार का हक़ भी छीन लिया जाता है।
ये अपमानजनक और अन्यायपूर्ण है।#HathrasHorrorShocksIndia pic.twitter.com/SusyKV6CfE
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) September 30, 2020
लड़की के भाई ने दिया ये बयान।
हमने पुलिस को कहा कि हम सुबह अंतिम संस्कार करेंगे, ताकि और भी रिश्तेदार आ जाए लेकिन वे नहीं माने और हमें तुरंत अंतिम संस्कार करने के लिए दबाव डाल रहे थे। उन्होंने कहा कि 24 घंटे हो गए है और उसकी बॉडी खराब हो रही है आपको तुरंत करना चाहिए: पीड़िता का भाई @hathraspolice #Hathras pic.twitter.com/kIZCcfYPFb
— NewsMobile Samachar (@NewsMobileHindi) September 30, 2020
जानें इस मामले में क्या कहना है हाथरस के DM का।
रात को करीब 12:45बजे शव लाया गया, मेरी पिता और बेटे से बात हुई थी और उन्होंने सहमति दी थी कि रात को ही अंतिम संस्कार कर दिया जाए। करीब एक से सवा घंटे शव वाहन इनके घर पर खड़ा रहा और परिजन वहां पर उपस्थित थे(जब अंतिम संस्कार किया गया)। करीब 3बजे अंतिम संस्कार किया गया: हाथरस के DM pic.twitter.com/vbsf8VbTdp
— NewsMobile Samachar (@NewsMobileHindi) September 30, 2020
योगी आदित्यनाथ ने कहा, दोषियों को मिले कड़ी से कड़ी से सज़ा।
बता दे उत्तरप्रदेश में इस दुष्कर्म की घटना के बाद से प्रदेश सरकार को कई आलोचनाओं का सामना करना पड़ा है। अब योगी आदित्यनाथ ने हाथरस में दलित लड़की से गैंगरेप और हत्या मामले की जाँच के लिए तीन सदस्यीय विशेष जाँच दल (एसआईटी) गठित की है। यह जानकारी उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री के ट्विटर हैंडल से दी गई है.
मुख्यमंत्री श्री @myogiadityanath जी ने हाथरस की घटना के लिए दोषी व्यक्तियों के खिलाफ फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाने और प्रभावी पैरवी करने के स्पष्ट निर्देश दिए हैं।
— CM Office, GoUP (@CMOfficeUP) September 30, 2020
गौरतलब है कि एसआईटी एक हफ़्ते के भीतर अपनी रिपोर्ट पेश करेगी. मुख्यमंत्री ने इस मामले में दोषियों के ख़िलाफ़ फ़ास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाने और प्रभावी पैरवी करने के निर्देश दिए हैं. बता दे गृह सचिव भगवान स्वरूप की अध्यक्षता वाली तीन सदस्यीय एसआईटी में डीआईजी चंद्र प्रकाश और आगरा पीएसी की सेनानायक पूनम सदस्य होंगे। सीएम ने एसआईटी को घटना की तह तक जाने और सात दिन में अपनी जांच रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री श्री @myogiadityanath जी द्वारा हाथरस की घटना पर जांच हेतु तीन सदस्यीय SIT गठित की गई है जिसमें अध्यक्ष सचिव गृह श्री भगवान स्वरूप एवं श्री चंद्रप्रकाश, पुलिस उपमहानिरीक्षक व श्रीमती पूनम, सेनानायक पीएसी आगरा सदस्य होंगे।
SIT अपनी रिपोर्ट 7 दिन में प्रस्तुत करेगी।
— CM Office, GoUP (@CMOfficeUP) September 30, 2020
मामले में पीएम मोदी ने लिया संज्ञान।
हाथरस में दरिंदगी के बाद युवती की मौत पर अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी संज्ञान ले लिया। उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को फोन किया और इस मामले में दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया। प्रधानमंत्री की पहल की जानकारी खुद सीएम योगी आदित्यनाथ ने ही दी। उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने हाथरस की घटना पर वार्ता की है और कहा है कि दोषियों के विरुद्ध कठोरतम कार्रवाई की जाए।’
आदरणीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी ने हाथरस की घटना पर वार्ता की है और कहा है कि दोषियों के विरुद्ध कठोरतम कार्रवाई की जाए।
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) September 30, 2020