उत्तर मध्य रेलवे आगरा मंडल के असिस्टेंट लोको पायलट अतुल आनन्द आज अपनी सूझ- बूझ के लिए सूर्खिया बटोर रहे है। दरअसल बल्लभगढ़ रेलवे स्टेशन के पास एक दो साल के मासूम को उसके ही भाई ने चलती ट्रेन के सामने फेंक दिया। खुशकिस्मती ये रही कि लोको पायलट ने सही समय पर हिम्मत दिखाकर इमरजेंसी ब्रेक लगा दिए और बच्चे की जान बचा ली। उसे सकुशल उसकी मां को सौंप दिया। बाद में जब ट्रेन आगरा पहुंची तो उसने इसकी लिखित जानकारी आगरा रेलवे मंडल के अधिकारियों को दी। जिसके बाद डीसीएम ने लोको पायलट की जमकर तारीफ की।
ये था पूरा हादसा।
दरअसल फरीदाबाद के वल्लभगढ़ रेलवे स्टेशन से चली मालगाड़ी के आगे करीब ढाई बजे के आसपास एक 14 से 15 साल के किशोर ने एक दो साल के मासूम को उछाल कर ट्रैक पर फेंक दिया। उस समय ट्रेन पर आगरा मंडल के लोको पायलट दीवान सिंह और असिस्टेंट लोको पायलट अतुल आंनद मौजूद थे। असिस्टेंट लोको पायलट अतुल आनन्द ने जैसे ही दो साल के मासूम को रेल ट्रैक पर फेंकता देखा तो उन्होंने तुरंत सूझ बूझ दिखा कर ब्रेक लगा दिए।
#ViralVideo : लोको पायलट की सूझ – बूझ ने बचाई 2 साल के मासूम की जान।
#वल्लभगढ़ रेलवे स्टेशन के पास 14 से 15 साल के किशोर ने जैसे ही दो साल के मासूम को उछाल कर ट्रैक पर फेंका तो लोको पायलट ने हिम्मत दिखा कर तुरंत ब्रेक लगा कर दिए ।@PiyushGoyalOffc @PiyushGoyal @RailMinIndia pic.twitter.com/KH0jxL2gEX— NewsMobile Samachar (@NewsMobileHindi) September 24, 2020
बच्चे को नहीं आयी एक भी खरोच।
इस घटने में लोको पायलट ने इमरजेंसी ब्रेक लगाने के बाद केबिन से उतर कर बच्चे को बचाने के लिए दौड़ लगा दी। गनीमत ये थी कि बालक के पास पहुंचते-पहुंचते ट्रेन रुक गई थी। बच्चा इंजन के ठीक नीचे था। हालांकि, बच्चा ठीक था। अब इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
रेलवे करेगा लोको पायलट को पुरस्कृत।
उत्तर मध्य रेलवे कर्मचारी संघ आगरा मंडल ने इस सराहनीय कार्य के लिए अतुल आनंद को बधाई दी है। पदाधिकारियों का कहना है कि आगरा मंडल के असिस्टेंट लोको पायलट अतुल आनंद ने एक छोटे बच्चे की जान बचा कर उसकी मां को सौंप कर उसकी मां को उपहार दिया है। इससे पहले उत्कृष्ट कार्य के लिए महाप्रबंधक द्वारा अतुल आनंद को अच्छे काम के लिए पुरस्कृत किया जा चुका है।