बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के मतदान के दौरान JDU ने अपने बागी नेताओं पर बड़ी कार्रवाई की है। प्रदेश जदयू अध्यक्ष बशिष्ठ नारायण सिंह के मुताबिक JDU ने अपने दल के बागी नेताओं पर बड़ी कार्रवाई करते हुए 33 नेताओं को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है।
सब पर है बगावत का आरोप।
बता दे ये सभी जदयू नेता अस्थावां विधानसभा के हैं। बीती शाम पार्टी विरोधी कार्य यानी बगावत के लिए JDU ने ना केवल अस्थावां के इन 33 नेताओं को जदयू से छह वर्षों के लिए निष्कासित किया है बल्कि उन्हें पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से भी निलंबित कर दिया गया है। इस बात की जानकारी जदयू के प्रदेश महासचिव अनिल कुमार ने दी है।
जानें किन 33 नेताओं पर पार्टी ने चलाई है चाबुक।
निष्कासित नेताओं के नाम हैं- अरुण कुमार सिंह, दीपक कुमार पटेल, अनिता सिंह, विनय कुमार सिन्हा, अंजनी कुमार सिंह, अमरेन्द्र कुमार मुन्ना, त्रिनयन कुमार, भरत भूषण, ओमप्रकाश रंजन, प्रो. अशोक कुमार सिंह, शंभू प्रसाद, चंद्रकिरण सिन्हा, प्रेमशीला कुमारी, प्रो. अजीत कुमार, सविता चौधरी, बिहारी प्रसाद, चमारी प्रसाद, वीरवल प्रसाद, सुनील कुमार यादव, कुमार उमा शंकर, सुनील कुमार शर्मा, दिनेश प्रसाद, अनूप पटेल, पंकज कुमार, अजय कुमार केसरी, ई. सुरेश प्रसाद, अनिल पांडेय, भोला प्रसाद, रमेश कुमार, आजाद कुमार, चन्द्रमनी प्रसाद, संजय प्रसाद सिंह, रामस्वार्थ तिवारी.
चुनाव से पहले JDU और 15 बागी नेताओं पर कर चुकी है कार्यवाही।
इससे पहले भी चुनाव से पहले जदयू ने भी अपने 15 बागी नेताओं को पार्टी से निकाल दिया था। जिनमें डुमरांव के विधायक ददन पहलवान व पूर्व मंत्री भगवान सिंह कुशवाहा, पूर्व मंत्री नरेंद्र सिह के पुत्र और चकाई के पूर्व विधायक सुमित कुमार सिह भी शामिल थे।